Jharkhand Politics: झारखंड (Jharkhand) में नवगठित चंपई सोरेन (Champai Soren) सरकार के विधानसभा में विश्वास मत (Floor Test) का सामना करने से एक दिन पहले रविवार को JMM के वरिष्ठ नेता लोबिन हेम्ब्रम (Lobin Hembram) ने दावा किया कि गलत सलाहकारों से घिरे रहने के चलते हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को जेल जाना पड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार रात यहां गिरफ्तार किया था।
साहेबगंज जिले की बोरियो सीट से विधायक हेम्ब्रम ने मीडिया से कहा, “हेमंत सोरेन ने बार-बार मेरी सलाह को नजरअंदाज किया और आखिरकार जेल गए… वह हमेशा गलत सलाहकारों से घिरे रहे।” हेम्ब्रम ने हेमंत सोरेन की मौजूदा स्थिति के लिए सीधे तौर पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सलाहकारों के अलावा उनके निजी और मीडिया सलाहकारों को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन की तरफ से विधायकों को हैदराबाद भेजने के कदम पर भी आपत्ति जताई। हेम्ब्रम ने ऐसे समय में इस तरह के खर्च पर नाराजगी व्यक्त की, जब झारखंड की बड़ी आबादी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए भी संघर्ष कर रही है।
उन्होंने छोटा नागपुर काश्तकारी अधिनियम और संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम लागू करने की भी मांग की। दोनों अधिनियम आदिवासी भूमि को गैर-आदिवासियों को बेचने पर रोक लगाते हैं।
हेम्ब्रम ने राज्य में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की।
चंपई सोरेन सरकार के विधानसभा में विश्वास मत का सामना करने के दौरान उपस्थित होने के बारे में पूछे जाने पर हेम्ब्रम ने कहा कि वह सरकार का समर्थन करेंगे।
हैदराबाद से रांची वापस लौटे विधायक
झारखंड विधानसभा में सोमवार को होने वाले विश्वास मत से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले गठबंधन के विधायक रविवार शाम को हैदराबाद से रांची पहुंचे। विधायक एक विशेष विमान से यहां बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर उतरे और उन्हें दो बसों में शहर के सर्किट हाउस ले जाया गया।
झारखंड में चंपई सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार दो दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले दिन सोमवार को विश्वास मत हासिल करेगी।
सोरेन को दो फरवरी को राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पद की शपथ दिलाई थी। उनके साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली थी।