Jamun Leaves for Diabetes: शरीर में जब इंसुलिन का बनना कम हो जाता है तो खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है। इस स्थिति को डायबिटीज कहते हैं। असल में इंसुलिन एक तरह का हार्मोन होता है जो पैनक्रियाज या अग्नाशय में बनता है। जिसका काम भोजन को ऊर्जा में बदलना होता है। यह पाचन शक्ति को दुरुस्त रखने में अहम भूमिका निभाता है। इससे ब्लड शुगर हमेशा कंट्रोल में रहता है। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित है तो कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं। इसमें आपको पैसे भी नहीं लगेंगे और ब्लड शुगर हमेशा कंट्रोल रहेगा। इसके लिए आप जामुन के पत्तों का सेवन कर सकते हैं। आमतौर पर जामुन के पत्ते हर जगह मिल जाते हैं।
डायबिटीज के मरीजों को खाली पेट न रहने की सलाह दी जाती है। लिहाजा सुबह की पहली डाइट उनके लिए बेहद जरूरी होती है। हालांकि, सुबह के समय उन्हें खाना खाने से पहले खाली पेट जामुन का पत्ता चबाने की सलाह दी जाती है। अगर डायबिटीज के किसी मरीज के घर या उसके आसपास कोई जामुन का पेड़ है, तो यह काफी फायदेमंद हो सकता है।
जामुन के पत्तों से ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल
R. V. आयुर्वेद अस्पताल मुंबई के डॉक्टर अव्हाड गोरक्षनाथ (Dr. Avhad Gorakshnath) का कहना है कि जामुन के पत्ते डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद माने गए हैं। यह तेजी से इंसुलिन बनाने का काम करते हैँ। जामुन के पत्तों से निकलने वाले रस में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं। जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। जामुन के फल की तरह जामुन की पत्तियां भी डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं हैं। दरअसल, रात में सोते समय शरीर के सभी हार्मोंस को कंट्रोल करने के लिए शरीर में अधिक मात्रा में इंसुलिन बनता है। जिसकी वजह से सुबह शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए फास्टिंग शुगर 100 mg/dL को पार कर जाए तो परेशानी का सबब बन सकती है।
जामुन के पत्तों का सेवन कैसे करें?
जामुन के पत्तों में एंटीहाइपरग्लाइसेमिक, एंटीहाइपरलिपिडेमिक और एंटीऑक्सिडेंट गुण मौजूद होते हैं। जिससे ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हेल्थ से जुड़े जानकारों का मानना है कि हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए सुबह सबसे पहले जामुन की 4-5 पत्तियों को पानी से अच्छे से साफ कर लें। इसके बाद इन्हें चबा लें। चबाने के बाद इसके पत्तों से निकले रस को पिएं। फिर पत्तों के बचे हुए भाग को थूक दें।