उद्योग/व्यापार

ITC Q3 results : दिसंबर तिमाही में 11% बढ़ा मुनाफा, शेयरधारकों के लिए डिविडेंड का ऐलान

ITC Q3 results : FMCG सेक्टर की दिग्गज कंपनी आईटीसी (ITC) ने आज 29 जनवरी को मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी ने 5572 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। यह पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही के 5031 करोड़ रुपये के मुनाफे से 11 फीसदी अधिक है। इसके अलावा, कंपनी का मुनाफा सितंबर तिमाही के 4927 करोड़ रुपये से 13 फीसदी बढ़ गया है। कंपनी ने दिसंबर तिमाही में अनुमान से बेहतर नतीजे जारी किए हैं।

ITC ने अपने शेयरधारकों के लिए डिविडेंड का ऐलान भी किया गया है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए 6.25 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की है। बोर्ड ने इसके लिए रिकॉर्ड डेट 8 फरवरी तय की है।

ITC Q3 results : कैसे रहे तिमाही नतीजे

ITC ने दिसंबर में समाप्त तिमाही में अपने कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में 6.5 फीसदी की वृद्धि की घोषणा की, जो 5400.51 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी ने 29 जनवरी को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि दिसंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू सालाना आधार पर 2 फीसदी बढ़कर 17,265 करोड़ रुपये से 17,651.85 करोड़ रुपये हो गया। कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 2.4 फीसदी बढ़कर 19,484.50 करोड़ रुपये रहा। छह ब्रोकरेज के सर्वे के अनुसार नेट प्रॉफिट 5,183 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 17,425 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद थी। तिमाही के लिए EBITDA 3.2 फीसदी कम होकर 6,024 करोड़ रुपये रहा। EBITDA मार्जिन 36.6 फीसदी रहा और सालाना आधार पर 180 आधार अंक गिर गया।

अलग-अलग सेगमेंट का कैसा रहा प्रदर्शन

कंपनी ने कमजोर मांग की स्थिति के बावजूद FMCG – अन्य सेगमेंट में लचीला प्रदर्शन किया। सेगमेंट रेवेन्यू में सालाना 7.6 फीसदी की वृद्धि और 2 साल की CAGR 12.8 प्रतिशत रहा। सेगमेंट का EBITDA मार्जिन सालाना आधार पर 100 बीपीएस बढ़कर 11.0 फीसदी हो गया और सेगमेंट PBIT में सालाना 24.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।

सिगरेट सेगमेंट में लगातार ग्रोथ के बाद हाई बेस पर कंसोलिडेशन हुआ। नेट सेगमेंट रेवेन्यू और सेगमेंट PBIT में सालाना आधार पर 2.3 फीसदी की वृद्धि हुई, 2 साल की CAGR के साथ नेट सेगमेंट रेवेन्यू के लिए +9.3 फीसदी और सेगमेंट PBIT के लिए +9.4 फीसदी की वृद्धि हुई।

होटल सेगमेंट में अब तक की सबसे अच्छी तिमाही देखी गई। सालाना आधार पर सेगमेंट रेवेन्यू में 18 फीसदी और PBIT में 57 फीसदी की वृद्धि हुई। सेगमेंट EBITDA मार्जिन सालाना आधार पर 470 बीपीएस बढ़कर 36.2 प्रतिशत हो गया।

एग्री बिजनेस सेगमेंट को एग्री कमोडिटीज के ट्रेड में प्रतिबंधों (-2.2 फीसदी सालाना) के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन गेहूं और चावल को छोड़कर रेवेन्यू में 14.2 फीसदी की वृद्धि हुई। जियो-पॉलिटिकल टेंशन और जलवायु आपात स्थिति के कारण ग्लोबल फूड सिक्योरिटी और इन्फ्लेशन पर चिंताएं पैदा हुईं, जिसके चलते व्यापार प्रतिबंध लगाए गए।

Paperboards, Paper और Packaging

पेपरबोर्ड, पेपर और पैकेजिंग सेगमेंट कम कीमत वाली चाइनीज सप्लाई, कमजोर घरेलू मांग, लकड़ी की लागत में बढ़ोतरी और हाई बेस इफेक्ट से प्रभावित हो रहा है। ग्लोबल डिमांड में नरमी बनी रही और त्योहारी सीजन के बाद घरेलू मांग में सुधार धीमा हो गया।

आईटीसी ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद इंटीग्रेटेड बिजनेस मॉडल, इंडस्ट्री 4.0 इनिशिएटिव, स्ट्रेटेजिक इनवेस्टरमेंट और सक्रिय क्षमता वृद्धि ने मार्जिन पर दबाव को आंशिक रूप से कम करने में मदद की। कंपनी ने इन-हाउस केमिकल पल्प का रिकॉर्ड हाई प्रोडक्शन हासिल किया और गुजरात में नाडियाड पैकेजिंग और प्रिंटिंग यूनिट की क्षमता उपयोग में अच्छी-खासी वृद्धि की। इसमें कहा गया है कि प्रीमियम मोल्डेड फाइबर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के जल्द ही चालू होने की उम्मीद है।

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