उद्योग/व्यापार

iPhone की फीकी हुई चमक! एक और ब्रोकरेज ने कम कर दी Apple की रेटिंग

आईफोन (iPhone) बनाने वाली कंपनी एपल (Apple) को इस हफ्ते दूसरा झटका लगा है। इन दोनों झटकों के चलते इस साल एपल की मार्केट वैल्यू 17.6 हजार करोड़ डॉलर गिर चुकी है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इस बार ब्रोकरेज पाइपर सैंडलर ने आईफोन समेत एपल के बाकी प्रोडक्ट्स की डिमांड सुस्त होने के चलते इसकी रेटिंग डाउनग्रेड की है। कुछ दिन पहले बार्कलेज ने इसकी रेटिंग को डाउनग्रेड की थी। शेयरों का इसका तगड़ा झटका लगा है और गुरुवार को अब यह आठ हफ्ते निचले स्तर 181.20 डॉलर पर आ गया है। इसका फुल मार्केट कैप अब 2.82 लाख करोड़ डॉलर रह गया है।

Apple के टारगेट प्राइस में कटौती

पाइपर सैंडलर के लीड एनालिस्ट हर्ष कुमार ने क्लाइंट्स को जो नोट भेजा है, उसमें लिखा है कि इस साल की पहली छमाही यानी जनवरी-जून 2024 में हैंडसेट इंवेंटरीज को लेकर चिंता बनी है। इसके अलावा चीन में मैक्रो परिस्थिति बिगड़ रही है, जिसका हैंडसेट कारोबार पर असर दिख सकता है। इसके चलते ब्रोकरेज ने इसकी रेटिंग डाउनग्रेड कर ओवरवेट से न्यूट्रल कर दिया है और टारगेट प्राइस 15 डॉलर घटाकर 205 डॉलर कर दिया है। वहीं चीन में बात करें तो कंपनी उपभोक्ताओं के खर्चों में कमी और हुवावेई (Huawei) के फिर से मार्केट में उभरने के चलते एपल कमजोर मांग से जूझ रही है। इसके अलावा एपल को मजबूत अमेरिकी डॉलर के साथ-साथ अपनी नई वॉच से जुड़े चल रहे पेटेंट विवाद के कारण भी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।

बिजनेस से जुड़े रिस्क को लेकर पहले ही चेता दिया बार्कलेज ने

लगभग ठीक ऐसा ही रुझान बार्कलेज का ही है जिसने मंगलवार को एपल के शेयरों की रेटिंग डाउनग्रेड कर सेल कर दिया। पिछले साल की शुरुआत से एपल की मांग में सुस्ती का दबाव दिख रहा है। आईफोन बिजनेस की ग्रोथ से जुड़ी चिंताओं के अलावा बार्कलेज ने कंपनी के सर्विस बिजनेस से जुड़े रिस्क को लेकर भी चेताया है। यह ऐप स्टोर से जुड़ी कुछ प्रैक्टिसेज को लेकर अमेरिकी समेत कुछ देशों में जांच के दायरे में आ गई है।

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