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Investment: पिछले 5 सालों में दमदार प्रदर्शन करने वाले लार्ज, मल्टी कैप और ELSS फंड्स; ये है पूरी लिस्ट

आज के दौर में, जब महंगाई आसमान छू रही है और ब्याज दरें कम हैं, तो अपने पैसे को स्मार्ट तरीके से निवेश करना जरूरी हो गया है। शेयर बाजार में निवेश करना एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी शामिल है। अगर आप खतरा लेने से बचते हैं, तो भी आपके पास ऐसे कई ऑप्शन हैं, जिनसे आप अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं। म्यूचुअल फंड ऐसे ही एक विकल्प हैं, जो आपको विभिन्न प्रकार के फंडों में निवेश करने की सुविधा देते हैं। आइए जानते हैं कि फंड चुनते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

पिछले प्रदर्शन से आगे बढ़ें: सिर्फ पिछले एक साल के रिटर्न पर ना फंसें, बल्कि फंड के लंबे समय के प्रदर्शन को देखें। 5-10 साल का परफॉर्मेंस देखें कि अलग-अलग मार्केट स्थितियों में फंड कैसा रहा। फिर, फंड के रिटर्न की तुलना बेंचमार्क इंडेक्स (जैसे कि लार्ज-कैप फंड के लिए निफ्टी 50) से करें। लगातार बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन अच्छा संकेत है।

निवेश स्ट्रेटेजी को समझें: फंड हाउस की इंवेस्टमेंट फिलॉसफी क्या है? फंड मैनेजमेंट के सिद्धांतों को जानें। क्या यह आपके निवेश टारगेट और खतरे की सहनशीलता से मेल खाता है? रिस्क मैनेजमेंट पर ध्यान दें। कम जोखिम वाले फंड चुनें। फंड मैनेजर के अनुभव की जांच करें।

अन्य बातों का भी ध्यान रखें: फंड का एक्सपेंस रेश्यो देखें। कम खर्च रेश्यो बताता है कि आपका ज्यादा पैसा निवेश में लग रहा है। फंड का आकार भी अहम है। छोटे फंड में ग्रोथ की संभावना ज्यादा हो सकती है, लेकिन बड़े फंड स्थिरता दे सकते हैं।

सही फंड चुने: कई वेबसाइट पर फंड रिटर्न की तुलना कर सकते हैं। रिटर्न सहित अलग-अलग क्राइटेरिया का उपयोग करके फंड्स का वैल्यूएशन करने से आपको सही निर्णय लेने में मदद मिल सकती है।

टॉप प्रदर्शन करने वाले फंड (पिछले 5 सालों में)

लार्ज कैप

* निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड- 94.01%

* आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ब्लूचिप फंड- 81.39%

* जेएम लार्ज कैप फंड- 80.78%

मल्टी-कैप फंड

* क्वांट एक्टिव फंड- 141.24%

* निप्पॉन इंडिया मल्टी कैप फंड- 128.22%

* महिंद्रा मनुलाइफ मल्टी कैप फंड- 113.68%

* बैंक ऑफ इंडिया ELSS टैक्स सेवर- 116.05%

* एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड- 115.88%

* सुंदरम लॉन्ग टर्म टैक्स एडवांटेज फंड- 113.96%

म्यूचुअल फंड चुनते समय क्वांटिटेटिव एनालिसिस के साथ-साथ क्वालिटेटिव पहलुओं को भी देखना चाहिए। अतीत का प्रदर्शन भविष्य की गारंटी नहीं है, लेकिन लंबे समय के प्रदर्शन और फंड की निवेश स्ट्रेटेजी को ध्यान में रखकर आप अस्थिर बाजार में भी अच्छा प्रदर्शन करने वाला फंड चुन सकते हैं।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दी गई राय एक्सपर्ट की निजी राय होती है। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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