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Interim Budget 2024: निर्मला सीतारमण के ऐलान पर Sensex चढ़ेगा या गिरेगा?

Interim Budget 2024: हर कैलेंडर ईयर की शुरुआत से ही केंद्रीय बजट को लेकर चर्चा शुरू हो जाती है। स्टॉक मार्केट्स पर भी बजट में संभावित ऐलान का असर दिखना शुरू हो जाता है। केंद्रीय बजट को इकोनॉमी और फाइनेंस की दुनिया का सबसे बड़ा इवेंट माना जाता है। यह इंडियन इकोनॉमी और फाइनेंस पर असर डालता है। ट्रेडर्स यूनियन बजट में संभावित ऐलान के आधार पर एक महीना पहले से पॉजिशन लेने लगते हैं। फिर वित्तमंत्री के बजट भाषण के बाद स्थिति के हिसाब से अपने ट्रेड को लेकर फैसले लेते हैं। बजट पेश होने के एक महीने पहले और एक महीना बाद स्टॉक मार्केट पर असर देखने को मिलता है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को केंद्रीय बजट (Union Budget) पेश करेंगी। यह अंतरिम बजट (Interim Budget) होगा।

बजट से पहले और बाद निफ्टी में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव

यूनियन बजट पेश होने से पहले और बाद निफ्टी में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। कई बार बजट से पहले मार्केट का ट्रेंड पलट जाता है, जिससे ट्रेडर्स चौंक जाते हैं। अब सवाल यह है कि बजट से पहले और बाद के ट्रेंड का क्या अंदाजा लगाना मुमकिन है? पिछले एक दशक की बात करें तो 12 बार निफ्टी का प्रदर्शन अमेरिकी बाजार के प्रमुख सूचकांक डाओ जोंस से बेहतर रहा है। आम तौर पर दुनियाभर के मार्केट्स के ट्रेंड में समानता रहती है। इंडियन इकोनॉमी के अच्छे प्रदर्शन की वजह से ग्लोबल मार्केट्स में तेजी के दौरान इंडियन मार्केट्स का प्रदर्शन दूसरे बाजारों से बेहतर रहता है।

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टेड्रर्स खास सेक्टर की कंपनियों पर लगाते हैं दांव

ट्रेडर्स कई बार सबसे मजबूत सेक्टर की पहचान करते हैं और उस सेक्टर की प्रमुख कंपनियों पर दांव लगाते हैं। बजट से पहले सही दांव पर अच्छी कमाई होती है। फरवरी 2023 के बजट के दौरान ऐसा देखा जा चुका है। कुछ ट्रेडर्स ने बजट से पहले शॉर्ट पॉजिशंस बनाए थे। बजट के दिन उन्होंने अपने पॉजिशंस बढ़ा दिए थे। अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद ज्यादातर शॉर्ट पॉजिशंस अदाणी समूह की कंपनियों को लेकर बनाए गए थे।

पिछले साल अदाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर दिखा था

वित्तमंत्री के बजट पर मार्केट की अच्छी प्रतिक्रिया के बावजूद बजट के दिन अदाणी ग्रुप से जुड़ी रिपोर्ट के चलते मार्केट क्रैश कर गया। हालांकि, अगले दिन इसमें रिकवरी आई। बजट में हुए ऐलान पर कुछ समय तक तेजी दिखाने के बाद इंडियन मार्केट्स ने दोबारा ग्लोबल मार्केट्स के ट्रेंड के हिसाब से चलना शुरू कर दिया। मार्च 2023 से दुनिया के सभी बाजारों में तेज रिकवरी देखने को मिली। ग्लोबल मार्केट्स पर फंड फ्लो का असर पड़ा। बजट के दिन होने वाले उतार-चढ़ाव को छोड़ दें तो मार्केट पर उसका असर अब घटने लगा है।

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