इसराइल की क़ानूनी टीम ने, अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में प्रारम्भिक सुनवाई के दूसरे और अंतिम दिन शुक्रवार को ज़ोर देकर कहा कि दोहरा सैन्य उद्देश्य, हमास चरमपंथियों द्वारा उत्पन्न अस्तित्व के ख़तरे को ख़त्म करना और अब भी बन्धक बनाकर रखे गए लगभग 136 लोगों को मुक्त कराना है.
इसराइल की क़ानूनी टीम के एक सदस्य ताल बैकर ने विश्व न्यायालय में कहा कि 7 अक्टूबर को हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादी हमलों के बाद, “इसराइल हमास के ख़िलाफ़ रक्षा-युद्ध में संलिप्त है, ना कि फ़लस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़”.
ताल बैकर ने कहा कि सभी युद्धों की तरह, इस युद्ध में भी “दुखद” और “हृदयविदारक” नागरिक पीड़ा हुई है.
उन्होंने एक इसराइली किसान परिवार के पिता द्वारा भेजा गया अन्तिम पीड़ा भरा संदेश पढ़कर सुनाया, जिनके घर को कथित रूप से हमास लड़ाकों ने आग लगा दी थी और उसी आग में उस किसान को जलाकर मार डाला. सन्देश के अनुसार, कथित हमास चरमपंथियों ने “बच्चों को माता-पिता के सामने और माता-पिता को बच्चों के सामने प्रताड़ित किया”.
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