फिनसाइडर इंटरनेशनल कंपनी (Finsider International) ने वेदांता लिमिटेड (Vedanta) में 6.55 करोड़ शेयर बेच दी है। यह 1.76 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। BSE द्वारा जारी बल्क डील के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। यह आज वेदांता के शेयरों में हुए 8.2 करोड़ शेयरों के लेनदेन का हिस्सा है। यह डील एवरेज 265.14 रुपये प्रति शेयर के भाव पर हुई है। इसका मतलब है कि फिनसाइडर इंटरनेशनल कंपनी को हिस्सेदारी बेचने से 1,737 करोड़ रुपये मिले। हालांकि, एक्सचेंज ने बायर्स के नाम का खुलासा नहीं किया है।
Vedanta पर 6.4 अरब डॉलर का कर्ज
यह स्टेक सेल ऐसे समय में आई है जब वेदांता पर लगभग 6.4 अरब डॉलर का बकाया कर्ज है, जिसमें वित्त वर्ष 2025 तक 4.5 अरब डॉलर का भुगतान करना भी शामिल है। दिसंबर 2023 तक प्रमोटर और ग्रुप एंटिटी के पास वेदांता में कुल 63.71 फीसदी हिस्सेदारी थी।
पिछले वर्ष के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक जीक्यूजी पार्टनर्स ने अदानी पोर्ट्स और जीएमआर एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर सहित अन्य भारतीय कंपनियों में हिस्सेदारी बढ़ाई है। आज 15 फरवरी को वेदांता के शेयरों में 4.01 फीसदी की गिरावट आई है और यह स्टॉक 268 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
दिसंबर तिमाही में अनिल अग्रवाल की अगुवाई वाली कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 40.81 फीसदी घट गया है। इस दौरान कंपनी को 2,464 करोड़ का मुनाफा हुआ, जबकि रेवेन्यू 33,691 करोड़ रुपये रहा।
सुप्रीम कोर्ट से वेदांता ग्रुप को राहत
14 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह तूतीकोरिन में वेदांता के बंद स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टिंग प्लांट को फिर से शुरू करने पर विचार करने के लिए एक पैनल का गठन कर सकता है। वेदांता स्टरलाइट की मूल कंपनी है। 2018 में प्लांट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस की गोलीबारी में 13 लोगों की मौत के बाद प्लांट को बंद कर दिया गया था।