Electoral bonds: चुनाव आयोग (EC) की तरफ से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 12 अप्रैल, 2019 और 11 जनवरी, 2024 के बीच खरीदे और कैश कराए गए चुनावी बॉन्ड के जरिए प्रमुख नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) से 158 करोड़ रुपए मिले। आंकड़ों से पता चलता है कि अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (TMC) को 89 लाख रुपए और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को 1 करोड़ रुपए मिले।
NBFC में बजाज फाइनेंस, मुथूट फाइनेंस, पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस, पीरामल एंटरप्राइजेज, ECL फाइनेंस और इनफिना फाइनेंस शामिल हैं। BJP को सबसे ज्यादा दान देने वाली NBFC में इनफिना फाइनेंस और पीरामल एंटरप्राइजेज शामिल थे। इनफिना ने 60 करोड़ रुपए और पीरामल ने 35 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे थे।
आंकड़ों के मुताबिक, बजाज फाइनेंस ने 18 अप्रैल, 2019 को 20 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदे, जिन्हें 23 अप्रैल, 2019 को बीजेपी ने कैश करा लिया।
मुथूट फाइनेंस ने 16 अप्रैल, 2019 को 3 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे और 25 अप्रैल, 2019 को सभी बॉन्ड को BJP की ओर से भुना लिया गया। रेणुका इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस ने 5 करोड़ रुपए के बॉन्ड खरीदे, जिन्हें बीजेपी ने कैश कराया।
BJP ने पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस के 10 करोड़ रुपए के सभी बॉन्ड, पीरामल एंटरप्राइजेज के 10 करोड़ रुपए और 25 करोड़ रुपए के बॉन्ड, इनफिना फाइनेंस के 60 करोड़ रुपए के बॉन्ड की तीन किश्तें और 25 करोड़ रुपए के ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर को बॉन्ड को भी कैश कराया।
डेटा से पता चलता है कि 6 मई, 2019 को खरीदे गए एडलवाइस हाउसिंग फाइनेंस के 1 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड 13 मई, 2019 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष द्वारा भुनाए गए। ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने प्लूटो फाइनेंस के 50 लाख रुपये और 25 लाख रुपये के बॉन्ड की दो किश्तें भुनाईं।
और भी हैं लाभार्थी
ECI की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के अनुसार, आदित्य बिड़ला ग्रुप, बजाज ग्रुप और बजाज फिनसर्व ने मई 2019 तक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), आम आदमी पार्टी (AAP) और JD(S) को चुनावी बॉन्ड के जरिए 11 करोड़ रुपए का दान दिया।
आंकड़ों के मुताबिक, आदित्य बिड़ला ग्रुप ने 5 अप्रैल, 2019 को JDS को 50 लाख रुपए और बजाज ग्रुप ने 29 मई, 2019 तक AAP को 3 करोड़ रुपए का दान दिया। बजाज फिनसर्व ने NCP को 12 मार्च 2019 को 50 लाख रुपए और 13 मार्च 2019 को 7 करोड़ रुपए का दान दिया।
आंकड़ों से पता चलता है कि ये सभी दान 2019 के लोकसभा चुनावों के करीब या उसके दौरान किए गए थे।
21 मार्च को, ECI ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से दिए किए गए चुनावी बॉन्ड का विस्तृत डेटा प्रकाशित किया, जिसमें हर एक बॉन्ड पर अल्फ़ान्यूमेरिक नंबर भी शामिल था, जिसके जरिए डोनर को रिसीवर राजनीतिक दल से लिंक किया जा सकता है। 18 मार्च को शीर्ष अदालत ने SBI से कहा कि वो सिलेक्टिव होना बंद करे और 21 मार्च तक चुनावी बॉन्ड से संबंधित सभी डिटेल का पूरा खुलासा करे।
इस लिस्ट में पीरामल एंटरप्राइजेज, टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता, अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला, वेलस्पन और सन फार्मास्यूटिकल्स समेत कई बड़ी कंपनियों और बिजनेस ग्रुप्स के नाम शामिल हैं।