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Election: क्या बाजार की अनिश्चितता में इक्विटी सेविंग्स फंड आपके लिए बेहतर विकल्प है?

लोकसभा चुनाव और शेयर बाजार का गहरा नाता है। हर चुनावी साल में बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। इस साल भी यही कहानी है। चुनाव अनिश्चितता और संभावित नीतिगत बदलाव ला सकते हैं, जो इंवेस्टर्स के भरोसे और बाजार के परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकते हैं। चुनाव परिणाम आने तक इंवेस्टर सतर्क रह सकते हैं और लुक एंड वॉच की स्ट्रेटेजी अपना सकते हैं, जिससे बाजार में उतार-चढ़ाव बढ़ सकता है।

बाजार मार्च में चढ़ा, अप्रैल में गिरा

मार्च में बाजार ऊपर चढ़ा था, लेकिन अप्रैल में गिरावट आई। तब से बाजार सीमित दायरे में ही घूम रहा है। इस उतार-चढ़ाव के बीच मिराए एसेट म्यूचुअल फंड ने इक्विटी सेविंग्स फंड को उपयोगी बताया है। इक्विटी सेविंग्स फंड एक हाइब्रिड फंड है जो इक्विटी, आर्बिट्राज और फिक्स्ड इनकम में निवेश करता है। इक्विटी में न्यूनतम 65% निवेश जरूरी होता है, लेकिन इस फंड में यह 15-45% के बीच ही रहता है। बाकी हिस्सा आर्बिट्राज और फिक्स्ड इनकम में लगाया जाता है।

मिराए एसेट का दावा है कि इक्विटी, आर्बिट्राज और फिक्स्ड इनकम का मिश्रण अस्थिरता के समय फायदेमंद होता है. इसकी 5 वजह बताई गई हैं:

– बाजार ऊंचाई पर होने से नए इंवेस्टर, खासकर रूढ़िवादी इंवेस्टर्स के लिए बाजार में प्रवेश करना मुश्किल हो जाता है।

– आरबीआई और फेडरल रिजर्व के ब्याज दर रोकने के संकेतों से लगता है कि ब्याज दरें अब चरम पर पहुंच रही हैं। साथ ही, डेट फंडों में हाल के कर परिवर्तन ने निवेश का फैसला और पेचीदा बना दिया है।

– ऐसे में कम जोखिम लेने की इच्छा रखने वाले इन्वेस्ट इक्विटी सेविंग्स फंड चुन सकते हैं।

– ये फंड इक्विटी और डेट के अलावा, रिस्क कम करने और मुद्रास्फीति से जुड़ा बेहतर रिटर्न देने के लिए डेरिवेटिव के जरिए आर्बिट्राज का इस्तेमाल करते हैं।

– ये फंड उन लोगों के लिए सही हैं जो अपने निवेश के मूल्य में बहुत अधिक उतार-चढ़ाव नहीं सह सकते।

इक्विटी सेविंग्स फंड लंबे समय में पैसा बनाने में मदद करते हैं, लेकिन बाजार से जुड़े होने के कारण अस्थिरता का सामना भी करना पड़ता है। वहीं आर्बिट्राज कम रिस्क वाला होता है और फिक्स्ड इनकम तुलना में स्थिर है।

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दी गई राय एक्सपर्ट की निजी राय होती है। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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