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Diabetes: अर्जुन का पेड़ है दवा का खजाना, ब्लड शुगर, हार्ट अटैक जैसी कई बीमारियों के लिए है रामबाण

Diabetes: किसी भी तरह की गंभीर बीमारियों को दूर करना हो तो आयुर्वेद में जड़ी बूटियों का सहारा लिया जाता है। ये जड़ी बूटियां रोजमर्रा की जिंदगी में भी बेहद अहम हैं। इससे तमाम बीमारियों को दूर किया जा सकता है ऐसे ही अर्जुन की छाल है। यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी गई है। इससे डायबिटीज जैसी बीमारियों से छुटकारा मिलता है। आयुर्वेद में अर्जुन की छाल को औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है। इसे काढ़े के रूप में या पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके सेवन से सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याओं की छुट्टी हो जाएगी।

अर्जुन का पेड़ एक सदाबहार पेड़ है। यह करीब 60 से 80 फीट तक ऊंचा होता है। इसकी पत्तियां अमरुद की पत्तियों की तरह दिखाई देती हैं। यह पेड़ हिमालय की तराई और शुष्क पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित नदियों के किनारे देखने को मिल सकता है। इसका वैज्ञानिक नाम टर्मिनेलिया अर्जुना है।

अर्जुन की छाल डायबिटीज के रोगियों के लिए रामबाण

धनवंतरि आयुर्वेद सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नाशिक के वैद्य रामदास एम अव्हाड का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए अर्जुन की छाल बेहद फायदेमंद है। इसमें कुछ विशेष तरह के एंजाइम्स पाए जाते हैं। इसमें एंटीडायबिटिक गुण मौजूद होते है। अर्जुन छाल का यह गुण किडनी और लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। इस का रोजाना सेवन करने से कुछ ही दिनों में रिजल्ट दिखने लगेगा। इसके लिए अर्जुन की छाल के साथ समान मात्रा में देसी जामुन के साथ पाउडर बनाना होगा। आराम पाने के लिए आपको इस चूर्ण को रोजाना सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लेना है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह पाउडर बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

अर्जुन की छाल हार्ट के लिए फायदेमंद

वैद्य रामदास एम अव्हाड ने आगे कहा कि दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए अर्जुन की छाल किसी रामबाण से कम नहीं है। अर्जुन की छाल में ट्राइटरपेनॉइड (Triterpenoids) नाम का एक खास रसायन पाया जाता है। इस खास रसायन की वजह से दिल की बीमारी का खतरा कम करके हार्ट अटैक से बचाया जा सकता है। यह हाई बीपी और हाई कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में मदद करता है। सीने में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।

अर्जुन की छाल से कैंसर का खतरा होगा कम

अर्जुन की छाल कैंसर के खतरे को कम करने में बहुत मददगार है। यह कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने के लिए फायदेमंद है। अगर आप रोजाना गर्म दूध के साथ अर्जुन की छाल का सेवन करते हैं तो आप ब्रेस्ट कैंसर से दूर रहेंगे। अर्जुन में पाया जाने वाला केमिकल कॉम्पोनेन्ट कैसुरिनिन कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जा सकता है।

अर्जुन की छाल से बढ़ेगी पाचन शक्ति

अर्जुन की छाल का पानी पीने से पाचन तंत्र दुरुस्त होता है। इससे कब्ज से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा यह पाचन में सुधार और गैस्ट्रिक अल्सर और एसिडिटी के लक्षणों को कम करने में सहायता भी करता है।

डिस्क्लेमर – यहां बताए गए सुझाव संतुलित आहार का हिस्सा हैं जो लोगों के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। इसलिए किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से सलाह लेने के बाद ही आजमाएं।

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