साल 2022 में क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) में बड़ी गिरावट देखी गई थी। इसने निवेशकों की 1.5 लाख करोड़ डॉलर की पूंजी का सफाया कर दिया था। लेकिन इस साल स्थिति कुछ अलग है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में बिटकॉइन ने 160% से अधिक की बढ़त देखी है। इसके चलते बिटकॉइन के मार्केट कैप में लगभग 530 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। बिटकॉइन में आई तेजी की वजह से निवेशकों ने फिर से क्रिप्टोकरेंसी में जोखिम लिया और सोलाना से लेकर कई सारे मीमकॉइन तक, कई छोटी क्रिप्टोकरेंसी में भी तगड़ा उछाल देखा गया।
अधिकांश लाभ का आधार यह उम्मीद है कि अमेरिकी नियामक जल्द ही बिटकॉइन में सीधे निवेश करने वाले एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड को इजाजत दे देंगे। अगर ऐसा होता है तो बिटकॉइन की डिमांड में और ज्यादा और बड़ा उछाल आने का अनुमान है। हालांकि डिजिटल-एसेट मार्केट्स में अभी भी बहुत सारे आलोचक हैं, जो तर्क देते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी मूल रूप से बेकार है और अपराधियों के लिए स्वर्ग है।
2023 में क्रिप्टो का प्रदर्शन
इस साल बिटकॉइन की रैली ने स्टॉक और गोल्ड को भी पीछे छोड़ दिया। हालांकि यह अभी भी नवंबर 2021 की अपनी लगभग 69,000 डॉलर कीमत के रिकॉर्ड से काफी नीचे कारोबार कर रहा है। बिटकॉइन डेरिवेटिव्स ने 2023 में गतिविधि में तेजी देखी। सीसीडाटा के अनुसार, सबसे बड़े क्रिप्टो ऑप्शंस एक्सचेंज डेरीबिट पर बिटकॉइन ऑप्शंस ओपन इंटरेस्ट दिसंबर में पहली बार 16 अरब डॉलर से अधिक हो गया। बिटकॉइन वायदा ओपन इंटरेस्ट भी सीएमई ग्रुप में ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया।