Coal Mines: कोयला खदानों के लिए निजी कंपनियों की ओर से भी रुचि दिखाई जा रही है। अब कई कंपनियों ने इसके लिए बोलियां भी लगाई है, जिसकी जानकारी भी सरकार की ओर से दी गई है। सरकार ने सोमवार को कहा कि नाल्को, गुजरात खनिज विकास निगम और एनएलसी इंडिया सहित 10 कंपनियों ने वाणिज्यिक खदानों की नीलामी के आठवें दौर के तहत बिक्री के लिए रखी गई कोयला खदानों के लिए बोलियां जमा की हैं। कोयला मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नीलामी प्रक्रिया में कुल 10 कंपनियों ने बोलियां जमा की हैं।
इतनी बोलियां प्राप्त हुईं
कोयला मंत्रालय की ओर से कहा गया कि आठवें दौर के तहत कुल 35 कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया था और चार कोयला खदानों के मुकाबले 7 बोलियां प्राप्त हुईं। सातवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत, चार कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया था और 3 कोयला खदानों के लिए 3 बोलियां प्राप्त हुई हैं।
ये कंपनियां हैं शामिल
मंत्रालय की ओर से कहा गया कि जिन अन्य कंपनियों से बोलियां प्राप्त हुईं वे TANGEDCO, ओसीएल आयरन और स्टील लिमिटेड, जेएमएस माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड, श्याम एसईएल एंड पावर लिमिटेड, एसएमएन ट्रेडकॉम प्राइवेट लिमिटेड, मां दुर्गा कोल एंड मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड, नीलकंठ इंफ्रा माइनिंग लिमिटेड हैं। बयान में कहा गया है कि कोयला मंत्रालय ने आज (सोमवार) वाणिज्यिक कोयला खदानों की नीलामी के 8वें दौर और 7वें दौर के दूसरे प्रयास के लिए बोलियां खोली हैं।
किया जाएगा शॉर्टलिस्ट
बोलियों का मूल्यांकन एक बहु-विषयक तकनीकी मूल्यांकन समिति के जरिए किया जाएगा और तकनीकी रूप से योग्य बोलीदाताओं को एमएसटीसी पोर्टल पर आयोजित होने वाली नीलामी में भाग लेने के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में वाणिज्यिक खनन के लिए 41 कोयला ब्लॉकों की नीलामी शुरू की थी, यह एक ऐसा कदम था जिसने भारत के कोयला क्षेत्र को निजी खिलाड़ियों के लिए खोल दिया था।