दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने शुक्रवार को कहा कि वह विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेंगे। केजरीवाल ने शुक्रवार को तीसरी बार दिल्ली विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया। केजरीवाल ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को खरीदने का प्रयास किया है। विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान AAP प्रमुख ने बीजेपी पर उनके 7 विधायकों को खरीदने की कोशिश के आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी की तरफ से AAP के 7 विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए ऑफर किए गए।
सीएम केजरीवाल ने कहा, “अन्य प्रदेशों में जैसे देखा जा रहा है कि पार्टियां गिराई जा रही हैं… AAP के सभी नेताओं को इन्होंने (BJP) गिरफ्तार कर लिया है… इन्हें (BJP) पता है कि ये लोग दिल्ली में चुनाव जीत नहीं सकते हैं… जनता को हम पर विश्वास है और इनका प्रयास सफल नहीं रहा। जनता को दिखाने के लिए कि हमारा एक भी विधायक नहीं टूटा… मैं विश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत करता हूं।”
AAP प्रमुख ने आगे कहा, “मेरे पास आम आदमी पार्टी के दो विधायक आए और दोनों ने यही बात कही कि मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लेंगे। हमने 21 विधायकों को मनवा लिया है। 25 करोड़ रुपये देंगे और अपनी टिकट से चुनाव लडवा देंगे। हमें पता चला कि विधायकों को इन्होंने (बीजेपी) संपर्क किया है। यह कई ऑपरेशन लोटस कर चुके हैं। हमारी जानकारी के हिसाब से सभी 21 विधायकों ने उन्हें इनकार कर दिया।”
सदन की कार्यवाही कल यानी 17 फरवरी को होगी। इस दौरान विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। फिलहाल, दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित की गई है। इससे पहले सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘विधानसभा में आज मैं विश्वास मत रखूंगा।’ हालांकि प्रस्ताव लाने के बाद विधानसभा स्पीकर ने इस पर चर्चा शनिवार के लिए स्थगित कर दी।
दरअसल, पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि AAP के विधायकों को तोड़ने की कोशिश हो रही है. इसको लेकर बीजेपी पर आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी. वहीं दिल्ली पुलिस ने भी अरविंद केजरीवाल को नोटिस देकर इन आरोपों को लेकर सबूत मांगे थे.
BJP के 7 विधायक निलंबित
उपराज्यपाल के अभिभाषण में बाधा डालने को लेकर BJP के 7 विधायकों को शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने गुरुवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान कई बार व्यवधान डाला था, क्योंकि वे अरविंद केजरीवाल सरकार को निशाना बनाना चाहते थे। दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने व्यवधान का मामला विशेषाधिकार समिति को भी भेज दिया।
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक दिलीप पांडे ने इस मुद्दे पर कार्रवाई की मांग को लेकर सदन में प्रस्ताव रखा, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया। पांडे ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने गुरुवार को योजनाबद्ध तरीके से उपराज्यपाल के अभिभाषण को बाधित किया, जिससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची।
उन्होंने नियम पुस्तिका पढ़ते हुए कहा कि विपक्षी सदस्यों के आचरण से सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। विधानसभाध्यक्ष गोयल ने पांडे के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की बात कही। समिति की रिपोर्ट आने तक नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी को छोड़कर BJP के 7 सदस्यों को सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया।
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