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Budget 2024: करोड़ों नौकरीपेशा लोगों के लिए हो सकता है ऐलान, छुट्टियां नहीं होंगी लैप्स, मिलेगा पूरा फायदा

Budget 2024: करोड़ों नौकरीपेशा लोगों के लिए हो सकता है ऐलान, छुट्टियां नहीं होंगी लैप्स, मिलेगा पूरा फायदा

Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को छठी बार बजट (Union Budget 2024) पेश करेंगी। निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करने वाली है क्योंकि उसके बाद देशभर में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सरकार अपने वोट बैंक खासकर नौकरीपेशा लोगों को भुनाने के लिए खास ऐलान कर सकती है। सरकार बजट में लेबर कानूनों को लाने के लेकर घोषणा कर सकती है। सरकार काफी समय से लेबर कानून देशभर में लागू करने का प्लान कर रही है लेकिन अभी तक लागू नहीं करा पाई है। देश में लेबर लॉ कानून लागू होने से प्राइवेट सेक्टर कर्मचारियों को फायदा होगा। उनके पेड लीव और लीव इनकैशमेंट से जुड़े नियम बदल जाएंगे। हालांकि, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि बजट में कोई भी बड़ी घोषणाएं नहीं की जाएगी। उसके बाद आम नौकरीपेशा लोग बजट से उम्मीद लगाए हुए हैं।

पेड लीव के बदल जाएंगे नियम

देश में नए लेबर कानून (New Labour Law) लागू होने से कई एरिया में बदलाव आ जाएंगे। एक बार लेबर कानून लागू होने से कोई भी कर्मचारी एक कैलेंडर ईयर में 30 दिन से अधिक पेड लीव (Paid Leave) नहीं जमा कर पाएगा। ऐसे मामलों में जहां पेड लीव 30 दिन से अधिक होंगी, तो कंपनी को ज्यादा छुट्टी के लिए पैसे चुकाने होंगे। ऑकुपेशनल सेफ्टी, हेल्थ और वर्किंग कंडीशन कोड 2020 (OSH कोड) का सेक्शन 32 सालाना छुट्टी लेने, कैरी फॉरवर्ड और लीव इनकैशमेंट (Leave Encashment) को लेकर है। सेक्शन 32(vii) के तहत एक कर्मचारी को अधिकतम 30 दिनों तक की सालाना छुट्टी को अगले कैलेंडर ईयर में ले जानें की इजाजत है।

बजट के बाद बदल सकते हैं ये नियम

यदि कैलेंडर ईयर के अंत में सालाना छुट्टियां 30 से अधिक हो जाती हैं, तो कर्मचारी उन बची छुट्टियों का फायदा उठा सकते हैं। तब कर्मचारी 30 छुट्टियों को कैरी फॉरवर्ड कर सकते हैं। बाकी बची छुट्टियों के बदले में पैसे ले सकता है। कर्मचारियों की सालाना छुट्टी अब लैप्स (Leave Lapse) नहीं होंगी। लीव लैप्स होने का मतलब है कि अभी ज्यादातर कंपनियां एक कैलेंडर ईयर की छुट्टी को अगले साल कैरी फॉरवर्ड नहीं करती हैं और न ही उसके बदले पैसा देती है। यहां कर्मचारियों को मदद मिल सकती है। बजट में सरकार इस पर ऐलान करती है कर्मचारियों की बची छुट्टियों का फायदा मिल पाएगा।

बदल सकते हैं लीव इनकैशमेंट के नियम

अगर एक कर्मचारी ने एक साल में छुट्टी ले ली तो ठीक, वरना वो छुट्टियां खत्म मानी जाती है। नए कैलेंडर ईयर से छुट्टियों का नया कैलेंडर शुरू हो जाता है। कई कंपनियां कर्मचारियों को कुछ ही छुट्टियां अगले साल में ले जाने की इजाजत देती हैं। सालाना छुट्टियों और लीव इनकैशमेंट (Leave Encashment) के नियम OSH कोड के तहत आते हैं।

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