Management chat : सीएनबीसी-आवाज़ की आज LIC हाउसिंग के मैनेजमेंट से एक खास बातचीत हुई। पहले बता दें कि चौथी तिमाही में LIC हाउसिंग के नतीजे मिलेजुले रहे हैं। इस अवधि में कंपनी की ब्याज आय 12 फीसदी बढ़ी है। लेकिन मुनाफा करीब 8 फीसदी गिरा है। एसेट क्वालिटी में अच्छा सुधार देखने को मिल रहा है। नेट इंटरेस्ट मार्जिन भी 15 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 3.15 फीसदी रहा है। डिस्बर्समेंट 13 फीसदी और AUM ग्रोथ 4.3 फीसदी रही।
LIC हाउसिंग के नतीजों पर बात करते हुए कंपनी के MD & CEO त्रिभुवन अधिकारी ने बताया कि चौथी तिमाही में कंपनी का डिस्बर्समेंट 13.8 फीसदी बढ़कर 18232 करोड़ रुपए रहा है। इस अवधि में डिस्बर्सल-टू-AUM रेश्यो सालाना आधार पर 41.2 फीसदी के मुकाबले 30.9 फीसदी रहा है। चौथी तिमाही में AUM 4.3 फीसदी बढ़कर 2.86 लाख करोड़ रुपए रही है।
डिस्बर्समेंट में पिक अप हैं लेकिन वो आपके AUM में अपना असर नहीं दिखा रहा है ऐसा क्यों?
इसके जवाब में त्रिभुवन अधिकारी ने बताया कि चौथी तिमाही में डिस्बर्समेंट ग्रोथ करीब 15 फीसदी रही। इस अवधि में लोन बुक ग्रोथ 4 फीसदी रही रीपेमेंट और प्री-पेमेंट से डिस्बर्समेंट और लोन बुक में अंतर दिख रहा है।
इस तिमाही में लोन में इजाफा दिखा है , कई हाउसिंग प्रोजेक्ट आजकल मिनटों में बुक हो जाते हैं तो ये कितना डिमांड में कनवर्ट होगा?
इस सवाल के जवाब में त्रिभुवन अधिकारी ने कहा कि साल के शुरुआत में जो दिक्कतें थी वो कम हुई हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी के कारोबार में डबल डिजिट ग्रोथ की उम्मीद है।
डिमांड किन इलाकों में बढ रही हैं टियर 2-3 का क्या हाल हैं?
इस पर त्रिभुवन ने कहा कि टियर-2 और टियर-3 शहरों में लोन डिमांड मजबूत है। अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ देखने को मिल रही है। अफोर्डेबल हाउसिंग पर कंपनी का ज्यादा फोकस है। प्रोजेक्ट लोन और बिल्डर फाइनेंस की भी मांग बढ़ी है। हाउसिंग लोन की डिमांड आगे भी मजबूत रहेगी।
इस तिमाही में कितने NPA राइट ऑफ हुए हैं?
त्रिभुवन ने बताया कि चौथी तिमाही में 1000 करोड़ रुपए के NPA बैलेंसशीट से हटाए गए हैं। 1000 करोड़ रुपए के NPA कंपनी के बुक में मौजूद हैं। दिए गए लोन की रिकवरी को लेकर पूरा प्रयास जारी है।
एसेट क्वालिटी में फिर वित्त वर्ष 2025 में और कितने सुधार की उम्मीद है?
इस सवाल का जवाब देते हुए त्रिभुवन ने कहा कि 1 साल में कंपनी के GNPA 4.7 फीसदी से घटकर 3.3 फीसदी पर आए हैं। एसेट क्वालिटी में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। एसेट क्वालिटी में सुधार आगे भी जारी रहेगा।
आप अफोर्डेबल हाउसिंग के बारे में बात कर रहे थे , ये सेगमेंट क्या वाकई में आप जैसे लेंडर के लिए रिटर्न कमाएगा ?
इसके जवाब में त्रिभुवन ने कहा कि अफोर्डेबल हाउसिंग लोन पर फोकस बढ़ेगा। टियर-1, टियर-2 शहरों में भी अफोर्डेबल में मांग बेहतर नजर आ रही है। टियर-3 शहरों में अफोर्डेबल की सबसे ज्यादा मांग है। पिछले 1 साल में कंपनी ने 50 नए ब्रांच खोले हैं। इनमें से ज्यादातर नए ऑफिस टियर-2, टियर-3 शहरों में हैं।