Lok Sabha Elections 2024: अरुण गोयल (Arun Goel Resignation) के इस्तीफे के बाद अब नए चुनाव आयुक्त (Election Commissioner) को चुनने के लिए 15 मार्च को बैठक होगी। घटनाक्रम से जुड़े करीबी सूत्रों ने रविवार (10 मार्च) को बताया कि बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) करेंगे। इस मीटिंग में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद रहेंगे। अरुण गोयल ने लोकसभा चुनाव से कुछ ही दिन पहले शनिवार को भारत के चुनाव आयोग के पद से इस्तीफा दे दिया, जिसमें लगभग अरबों लोगों के वोट डालने की संभावना है।
लोकसभा चुनाव 2024 अप्रैल-मई में होने की संभावना है। हालांकि, अभी तक निर्वाचन आयोग की तरफ से अभी तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है। कानून और न्याय मंत्रालय ने 9 मार्च को एक बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोयल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, लेकिन उनके इस्तीफे का कोई कारण नहीं बताया। बाद में, NDTV न्यूज नेटवर्क ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि गोयल ने “व्यक्तिगत कारणों” से इस्तीफा दिया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। अशोक लवासा ने अगस्त 2020 में चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने निर्वाचन आयोग द्वारा पिछले लोकसभा चुनावों में आचार संहिता उल्लंघन संबंधी निर्णयों पर असहमति जताई थी।
कौन हैं अरुण गोयल?
गोयल का कार्यकाल 5 दिसंबर 2027 तक था। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) राजीव कुमार के रिटायर होने के बाद वह अगले साल फरवरी में संभवत: CEC का पदभार संभालते। रिटायर्ड नौकरशाह गोयल पंजाब कैडर के 1985-बैच के IAS अधिकारी थे। वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे। फरवरी में अनूप पांडे की रिटायरमेंट और गोयल के इस्तीफे के बाद, तीन सदस्यीय निर्वाचन आयोग में अब केवल मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर बने नए कानून के अनुसार, कानून मंत्री की अध्यक्षता में दो केंद्रीय सचिवों वाली एक समिति पांच नामों का चयन करेगी। फिर एक चयन समिति नाम को अंतिम रूप देगी। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति में उनके (प्रधानमंत्री) द्वारा नामित एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता या सदन में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता शामिल होते हैं।
गोयल के इस्तीफे पर विरोध
कई विपक्षी नेताओं ने गोयल के इस्तीफे को चिंता का विषय बताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारत में अब केवल एक चुनाव आयुक्त है, जबकि कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनावों की घोषणा होनी है। क्यों?” इसी तरह मुख्य विपक्षी पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने X पर लिखा, “यह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के के लिए बेहद चिंताजनक है कि चुनाव आयुक्त श्री अरुण गोयल ने लोकसभा (संसदीय) चुनाव के ठीक पहले इस्तीफा दे दिया है।”
गोयल के इस्तीफा देने के एक दिन बाद रविवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने दावा किया कि भारत का निर्वाचन आयोग अब एक स्वायत्त संस्था नहीं है बल्कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विस्तारित शाखा के रूप में काम करता है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के शरद पवार की अगुवाई वाली धड़े ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले गोयल का अचानक इस्तीफा देना संदिग्ध नजर आता है।