आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के सहारे माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर (249.40 लाख करोड़ रुपये) के आंकड़े को छू लिया। इंट्रा-डे में एक बार तो इसने दुनिया की सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनी एपल (Apple) को भी पछाड़ दिया था, लेकिन फिर मुनाफावसूली के चलते यह दूसरे स्थान पर खिसक गया। एपल ने पिछले साल जुलाई में 3 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के लेवल को पार किया था और ऐसा करने वाली यह दुनिया की पहली कंपनी बन गई थी। अब माइक्रोसॉफ्ट की बात करें तो इसका मार्केट कैप अभी 2.99 ट्रिलियन डॉलर है। वहीं एपल का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर है। माइक्रोसॉफ्ट के शेयर 403.63 डॉलर के भाव पर हैं।
एक साल में 67% चढ़ा है Microsoft
माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों की बात करें तो अभी यह 406 डॉलर (33.8 हजार रुपये) है। एक साल में यह 67 फीसदी से अधिक मजबूत हुआ है जबकि इस दौरान एपल 37 फीसदी ही चढ़ पाया है। इस साल 2024 में अब तक माइक्रोसॉफ्ट 8 फीसदी से अधिक जबकि एपल करीब 5 फीसदी चढ़ा है। एक साल में एसएंडपी 500 इंडेक्स 21 फीसदी और इस साल करीब ढाई फीसदी मजबूत हुआ है।
AI के दम पर चढ़ रहे शेयर
माइक्रोसॉफ्ट के शेयरों में तेजी की बड़ी वजह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) को माना जा रहा है। एआई में कंपनी की कमाई और रेवेन्यू को बढ़ाने का पूरा दम है। ओपनएआई से साझेदारी के जरिए एआई से सबसे अधिक फायदा पाने वाली कंपनियों में यह शुमार रह सकती है। इसने एआई से जुड़ी सर्विसेज मुहैया करानी शुरू कर दी है। ब्लूमबर्ग इंटेलीजेंस के आंकड़ों के मुताबिक क्लाउड कंप्यूटिंग और एआई सर्विसेज माइक्रोसॉफ्ट के लॉन्ग टर्म ग्रोथ को सपोर्ट करेंगे और इस वित्त वर्ष 2024 (जून-जुलाई) में कंपनी का रेवेन्यू करीब 15 फीसदी बढ़ सकता है। यह ग्रोथ ओवरऑल टेक सेक्टर से अधिक होगी। 90 फीसदी से अधिक एनालिस्ट्स ने इसे खरीदने की सलाह दी है।
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