ठीक एक साल पहले अदाणी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट आई थी, जिसके बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली थी। फिलहाल, ग्रुप के 10 में से 7 स्टॉक एक साल पहले के अपने लेवल से नीचे कारोबार कर रहे हैं। हालांकि, ग्रुप की 3 कंपनियों के स्टॉक हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले के लेवल से ऊपर पहुंच गए हैं। इन कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स (Adani Ports) भी शामिल हैं।
हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें ग्रुप की कंपनियों पर मिनिमम पब्लिक शेयहोल्डिंग नियमों के उल्लंघन, स्टॉक प्राइस की कीमतों में गड़बड़ी करने आदि का आरोप लगाया गया था। हालाकिं, अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों से बार-बार इनकार किया है। इस रिपोर्ट के आने के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई थी और इन कंपनियों की मार्केट वैल्यू में एक महीने के भीतर 12 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा की गिरावट देखने को मिली थी।
इस रिपोर्ट की सबसे ज्यादा मार अदाणी टोटल गैस (Adani Total Gas) पर पड़ी और कंपनी का शेयर अब भी एक साल पहले के मुकाबले 74 पर्सेंट नीचे है। इसके बाद अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions) और अदाणी विल्मर (Adani Wilmar) का नंबर है, जिनके शेयर एक साल पहले के मुकाबले क्रमशः 62 पर्सेंट और 39 पर्सेंट ऊपर पर कारोबार कर रहे हैं।
अदाणी एंटरप्राइजेज को पिछले साल जनवरी में अपना FPO रद्द करना पड़ा था। कंपनी का शेयर काफी हद तक अपने गिरावट की भरपाई कर चुका है, लेकिन अब भी यह पिछले साल की कीमत के मुकाबले 15 पर्सेंट गिरावट पर कारोबार कर रहा है। अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy), नई दिल्ली टेलीविजन (New Delhi Television) और एसीसी (ACC) के शेयरों में 5-12 पर्सेंट की गिरावट थी। अंबुजा सीमेंट में पिछले साल के मुकाबले 5 पर्सेंट की गिरावट है।