नई दिल्ली: हैदराबाद से बीजेपी उम्मीदवार कोम्पेला माधवी लता ने अनुमान लगाया है कि AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन औवेसी इस बार 1,50,000 वोटों के अंतर से हारेंगे। जब रजत शर्मा ने कहा कि ओवाैसी परिवार पिछले 40 सालों से हैदराबाद से जीत रहा है और 2019 में असदुद्दीन ओवैसी ने लगभग 3 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी, तो माधवी लता ने जवाब दिया: “हां साहब। अगर हमारे पास भी ऐसे बोगस वोट होते तो हम तो 4,000 साल जीतते ही चले जाएंगे। अब क्या करें? हमारे पास तो बोगस वोट नहीं है। उनके पास 6,20,000 बोगस वोट हैं। एक एपिक नंबर टाइप करोगे तो उस EPIC नंबर के दौरान इलेक्शन साइट पर आप दो-दो जगह वोटर ID पाओगे। चारमीनार में ऐसे 1,60,000 वोट हैं उनके पास।”
यह पूछे जाने पर कि क्या ओवैसी ने बेईमानी से जीत हासिल की है, माधवी लता ने कहा, “हां, मैं ये बिल्कुल कहूंगी। मैं यह कहने से नहीं डरती।”
रजत शर्मा: तो इसका मतलब इस बार ओवैसी फिर 3 लाख वोटों से जीत जाएंगे।
माधवी लता: वह 1,50,000 से हार जाएंगे। हार जाएंगे साहब, देखते रहिए आप। हरा कर रहेंगे हम।
माधवी लता ने अपने चुनावी रिटर्न में औवैसी पर आय और संपत्ति की गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। जब रजत शर्मा ने कहा कि ओवैसी जैसे मशहूर बैरिस्टर चाहते तो ऐशो आराम की जिंदगी जी सकते थे, लेकिन वह गरीबों और मजलूमों के लिए काम कर रहे हैं, तो माधवी लता ने जवाब दिया: ‘मैं प्रूफ के साथ आपके सामने आई हूं। टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन नंबर वाली एक जगुआर लैंड रोवर को ओवैसी का दिखाया गया है, लेकिन यह गाड़ी किंग्स रेडियो एक्ज़िम प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर रजिस्टर्ड है। शास्त्रीपुरम में असद जी के पास 7 एकड़ हैं, लेकिन 2017-2018 में उन्होंने इलेक्शन कमिशन में अपनी सलाना कमाई सिर्फ 10 लाख रुपये सबमिट की है। वही असद जी 2018 में 6 करोड़ रुपये खर्च करके बेटी का शानदार इंगेजमेंट करते हैं।’
मोदी
माधवी लता ने कहा कि उन्हें बीजेपी के टिकट पर हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए चुने जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘मैंने सिर्फ टीवी में देखा, और टिकट मिलने पर मुझे बहुत अच्छा लगा क्योंकि इस कारण उनका (नरेंद्र मोदी का) दर्शन हो गया मुझे। बस वह इस युग के महायोगी हैं। बिना मेरी सूरत देखे, बिना मुझे जाने पहचाने सिर्फ मेरा काम देखकर उन्होंने यह मौका दिया। मैं पिछले 20 साल से चैरिटेबल वर्क कर रही हूं। मैंने 8-10 महीने पहले 1008 नॉर्मल डिलिवरी फ्री डिक्लेयर किया था पूरे हैदराबाद लोकसभा को। मैं क्या बताऊं उस शख्स के बारे में जिसका नाम मोदी भाई है। दिल्ली में बैठकर, बिना मुझे देखे, सिर्फ मेरे बारे में जानकर उनको लगा कि यह लड़ सकती है असद से और उन्होंने टिकट दे दिया। अभी बताइए, इससे अच्छी ट्रांसपेरेंट पॉलिटिक्स क्या हो सकती है?’
दुल्हनों की खरीद-फरोख्त
माधवी लता ने कहा कि वह पुराने हैदराबाद के गरीब मुस्लिम परिवारों के बीच उन्हें शिक्षा और सहायता प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। उन्होंने एक ऐसे चौंकाने वाले मामले का जिक्र किया जिसमें एक बूढ़े अरबी शख्स को एक ‘दुल्हन की बिक्री’ की गई थी। उन्होंने कहा, ‘15 दिन पहले की बात है। एक लड़की ने मिडिल ईस्ट से अपने माता-पिता को फोन किया था। उसने कहा कि हैदराबाद को आप अभी दावत दे दीजिए, क्योंकि आपकी बेटी की 18 बार शादी हो चुकी है। 16 साल की लड़की की शादी 70 साल के एक अरबी शख्स से होती है। यह सच्चाई है। क्या कोई अपनी बेटी के साथ ऐसा कर सकता है? मजहब कहां से आया? लड़की तो सभी की लड़की होती है। गरीबी के दलदल से बाहर निकलने के लिए बेटियों की शादी दो बार, तीन बार, चार बार करवा देते हैं। उन पैसों से पीछे परिवार में 7 या 8 बच्चों को खाना मिलता है। घर में खाना लाने के लिए लड़कियों को बेचा जा रहा है।’
ओवैसी ने बीफ खाने का अधिकार देने का वादा किया
माधवी लता ने अपने मतदाताओं से आपत्तिजनक वादे करने के लिए असदुद्दीन ओवैसी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “उन्होंने मुसलमानों की जिंदगी इतनी छोटी बना दी है। क्या आपने किसी को अपने मैनिफेस्टो में यह दावा करते हुए देखा है कि अगर AIMIM हैदराबाद में हार जाएगी तो बीफ पर बैन लग जाएगा? यह एक बैरिस्टर का स्टेटमेंट है जिसका परिवार 40 साल से अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहा है। हम अपने मैनिफेस्टो में ट्रिपल तलाक पर बैन लगाएंगे। हम लड़कियों को अपने मायके में बराबर हक देंगे। हम मदरसों में आर्टिकल 30 के बावजूद अंग्रेजी की पढ़ाई करवाएंगे। हम मोहल्लों को साफ करवाएंगे। हम आईटी हब स्टैब्लिश करेंगे। हम हिंदुओं और मुसलमानों में भाईचारा लाएंगे, और दंगे-फसाद नहीं होने देंगे।”
बीआरएस और कांग्रेस के साथ AIMIM की डील है
इस आरोप पर कि ओवैसी की AIMIM मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए बीजेपी की बी टीम के रूप में काम कर रही है, माधवी लता ने जवाब दिया: ‘अगर AIMIM हमारी बी टीम है तो वह मुझे ओवैसी के खिलाफ लड़ने के लिए टिकट कैसे दे सकते हैं? मैं तो ओवैसी की पोल खोल रही हूं। यह सच नहीं हो सकता है। मैं बल्कि इसमें कुछ और जोड़ना चाहूंगी। AIMIM और कांग्रेस एक दूसरे पर हमले करते हैं, लेकिन आप अगर इंटरनेट पर ढूंढ़ेंगे तो हैदराबाद में कांग्रेस ने मेरे खिलाफ कोई कैंडिडेट खड़ा नहीं किया है। स्टेट लेवल पर AIMIM और कांग्रेस दोनों भाई-भाई हैं।’
रजत शर्मा: लेकिन राहुल गांधी तो कहते हैं कि मोदी के दो यार, ओवैसी और केसीआर?
माधवी लता: वही तो कह रही हूं कि दो यार। KCR तो मामा-भांजा कहते हैं। KCR भांजा हुए। क्या अकबरूद्दीन और औवेसी जी मामा-भांजा बनेंगे या पार्टनरशिप में जाएंगे। यहां तक कि वे लोग अपने रिलीजियस इंस्टीट्यूशंस में इंफॉर्मेशन भिजवाते हैं कि जहां-जहां AIMIM का कैंडिडेट खड़ा नहीं होता, पूरे तेलंगाना में, आप कांग्रेस या BRS को वोट दीजिए। रिलीजियस पेपर खुल्लमखुल्ला मस्जिदों में बांटे जाते हैं। अब आप बताइए, किसकी बी टीम है।’