यह कोष सुनिश्चित करता है कि जब भी और जहाँ भी कोई संकट आए, संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायताकर्मी, तत्काल वहाँ आवश्यक सहायता पहुँचा सकें.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने मंगलवार को आयोजित किए गए इस कार्यक्रम के सम्बन्ध में एक वीडियो सन्देश में कहा कि कोष में योगदान करने से लोगों की ज़िन्दगियाँ बचती हैं.
यूएन प्रमुख ने इस कोष के लिए $1 अरब की धनराशि जुटाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए, सदस्य देशों से “अधिक प्रयास करने” और नए दानदाताओं से आगे आने का आहवान किया. इस धन का इस्तेमाल वर्ष 2025 के दौरान मानवीय सहायता ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा.
दुनिया भर में लोगों की सहायता करना
CERF की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2005 में की थी, और यह कोष, टकरावों, युद्धों और संघर्षों या जलवायु सम्बन्धी आपदाओं जैसी स्थितियों में, तेज़ी से और लचीले रूपों में धनराशि मुहैया कराता है.
तब से, लेबनान जैसे 100 से अधिक देशों और क्षेत्रों में लोगों की सहायता के लिए $9 अरब से अधिक की राशि निर्धारित की गई है, जहाँ CERF संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, UNHCR के साथ मिलकर, हाल ही में हुए युद्ध से विस्थापित परिवारों को उपयुक्त सुविधाओं वाला आश्रय और सुरक्षा प्रदान करने में मदद कर रहा है.
ब्राचिट शहर की एक युवा लड़की अया फ़रहत इस कोष से मुहैया कराई गई सहायता के लाभार्थियों में से एक है.
उनका परिवार विस्थापित हो गया था, और उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने के लिए सात स्कूलों के बीच परेशान होना पड़ा. वे शुरू में एक छोटे, अव्यवस्थित कमरे में रहते थे जहाँ ठीक से नीन्द नहीं आ पाती थी.
अया फ़रहत ने उद्घाटन समारोह के दौरान दिखाए गए एक वीडियो में कहा, “अब हमें एक बेहतर कमरा मिल गया है जहाँ हम कुछ ठीक तरीक़े से रह सकते हैं, और मैं बहुत ख़ुश हूँ.”
“शुक्र है, मैं अपने परिवार के साथ हूँ, और हमारे परिवार का कोई भी सदस्य अलग नहीं हुआ या खोया नहीं है.”
‘संयुक्त राष्ट्र की सफलता की कहानी’
महासचिव ने अपने सन्देश में, इस कोष की अद्वितीय, प्रभावी और महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि CERF “संयुक्त राष्ट्र की सफलता की एक कहानी” है.
उन्होंने कहा कि “यह संकट में सबसे पहले सहायता प्रतिक्रिया देने वाला संगठन है – जो त्वरित विश्लेषण, त्वरित निर्णय और त्वरित कार्यान्वयन पर आधारित है, और लोगों को प्राथमिकता देने व यथाशीघ्र राहत कार्रवाई शुरू करने पर केन्द्रित है.”
उन्होंने कहा कि इस कोष की स्थापना के बाद से, 60 से अधिक ऐसे देश स्वयं दाता बन गए हैं, जो किसी समय इस कोष से सहायता प्राप्त किया करते थे.
यूएन प्रमुख ने कहा, “लेकिन हमें CERF के परिणामों के रिकॉर्ड को आगे बढ़ाने के लिए और अधिक समर्थन की आवश्यकता है.”
“मानवीय ज़रूरतें जैसे-जैसे बढ़ती जा रही हैं, धन का योगदान भी उसी गति से नहीं बढ़ पा रहा है. पूरी तरह से वित्तपोषित CERF की ज़रूरत इस समय अभूतपूर्व है जिसके लिए $1 अरब की धनराशि की आवश्यकता है.”
मानवीय सहायता कार्रवाई के लिए अहम
नवनियुक्त संयुक्त राष्ट्र मानवीय समन्वयक टॉम फ़्लैचर ने भी इस अपील को दोहराया. उन्होंने कहा कि मानवीय सहायताकर्मी 72 देशों में 19 करोड़ मिलियन लोगों की मदद के लिए, वर्ष 2025 में $47 अरब डॉलर की मांग कर रहे हैं, और CERF इन प्रयासों के लिए “बिल्कुल महत्वपूर्ण” है.
टॉम फ़्लैचर ने हाल ही में युद्ध से तबाह सूडान और पड़ोसी चाड की यात्रा की, जहाँ लगभग पाँच लाख से ज़्यादा लोग लड़ाई से बचने के लिए पहुँचे हैं.
उन्होंने कहा, “मैं ऐसे लोगों से मिला, जिनका जीवन टकराव और युद्ध से तबाह हो गया है. मैंने मेज़बान समुदायों की असाधारण उदारता देखी. मैंने मानवतावादियों को साहस, सरलता और विशेषज्ञता के साथ काम करते देखा. और मैंने उस सहायता कार्रवाई के बीच देखा कि CERF, मानवीय कार्रवाई को किस तरह आगे बढ़ाता है.”
उन्होंने कहा कि यह पद सम्भालने के बाद उन्होंने सीखा है कि “CERF सिर्फ़ वित्त पोषण से कहीं ज़्यादा है; यह इस बारे में भी है कि यह कैसे कार्य करता है.”
34.9 करोड़ डॉलर के दान संकल्प
संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के कार्यालय – OCHA ने बताया कि सम्मेलन में, 44 दानदाताओं ने वर्ष 2025 के लिए CERF को, 34.9 करोड़ डॉलर की राशि का दान करने का वादा किया है. जबकि अन्य दानदाताओं से, आने वाले महीनों में योगदान की आशाए हैं,
एजेंसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “पिछले साल के कार्यक्रम में दानदाताओं की घोषणा 41.9 करोड़ डॉलर से अधिक थी. (इस वर्ष) दान संकल्पों में लगभग 17 प्रतिशत की कमी इस बात का एक और संकेत है कि 2025 में धन की उपलब्धता की स्थिति कितनी ख़राब रहेगी.”