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भारत: ITU की सभा में, AI के वैश्विक मानकों और क्षमता विकास पर चर्चा

भारत: ITU की सभा में, AI के वैश्विक मानकों और क्षमता विकास पर चर्चा

विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा (WTSA-24) में चर्चा के मुद्दों में सबसे अहम रहा कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर विचार-विमर्श. 

विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा अन्तरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) के लिए मानक विकसित करने हेतु, अगले चार वर्षों की कार्रवाई तय करेगी. 

WTSA, डिजिटल प्रौद्योगिकियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ITU के मानकीकरण कार्य के लिए प्रशासनिक सम्मेलन है.

इस सम्मेलन में, विशेषज्ञ समूहों के शासनादेशों की समीक्षा करने के अलावा, AI से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं, सूचना प्रौद्योगिकियों व डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे तक के विषयों पर मानकीकरण के कार्यों की प्राथमिकताओं पर बातचीत हुई.

एआई के लिए वैश्विक प्राथमिकताएँ

पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनाया गया वैश्विक डिजिटल कॉम्पैक्ट, देशों और उद्योगों को एक ऐसी रूपरेखा प्रदान करता है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि एआई से पूरी मानवता को लाभ हो.

इस ढाँचे में, व्यापक और प्रभावी एआई मानकों की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है. एआई पर जी20 और संयुक्त राष्ट्र महासचिव की उच्च स्तरीय सलाहकार संस्था ने भी इसी तरह के आहवान किए हैं.

ITU की महासचिव डोरेन बोगडान-मार्टिन ने कहा है, “एआई मानकों के ज़रिए, भारत, दक्षिण एशियाई क्षेत्र और दुनिया भर के लोगों के लिए विश्वसनीय, सुरक्षित एवं नवाचार के लिए समान अवसरों का निर्माण सम्भव है.”

“समय की ज़रूरत है कि व्यापक सिद्धान्तों को स्पष्ट व लागू करने योग्य मापदंडों में बदला जाए, जो यह सुनिश्चित कर सकें कि एआई सर्वजन के लिए – ज़िम्मेदारी एवं निष्पक्षता से काम करे.” 

ITU पहले ही एआई पर 100 से अधिक मानक प्रकाशित कर चुका है, वहीं 150 से अधिक पर अभी काम जारी है.

आईटीयू के दूरसंचार मानकीकरण ब्यूरो के निदेशक सिज़ो ओनोई ने कहा, “नई प्रौद्योगिकियों से सभी उद्योगों के बीच नए सम्पर्क स्थापित हो रहे हैं.”

“एआई के ज़रिए इसमें नाटकीय तेज़ी आई है, जिससे स्पष्ट होता है कि आईटीयू, विभिन्न क्षेत्रों की विशेषज्ञता के बीच परस्पर संवाद स्थापित करने में इतना निवेश क्यों कर रहा है.”

एआई मानक

एक ज़िम्मेदार, सुरक्षित और समावेशी एआई के लिए मानकीकरण बनाने में तेज़ी लाने के लिए, WTSA-24 के पहले सप्ताह में पहला अन्तरराष्ट्रीय एआई मानकीकरण शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया. 

इस वर्ष मई में AI for Good Global Summit में घोषित इस पहल के तहत, इन प्रमुख चुनौतियों से निपटने के लिए सभी सम्बन्धित ईकाइयों को आमंत्रित किया गया है.

एआई के विस्तृत मापदंडों के विकास और कार्यान्वयन के लिए, एआई मानकीकरण डेटाबेस भी विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं. 

प्रौद्योगिकी पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के दूत अमनदीप सिंह गिल ने कई अवसरों पर इसे प्रमुख प्राथमिकता की श्रेणी में रखा है.

एआई क्षमता विकास अभियान

युवा एआई नेतृत्व समुदाय ने कल्याण के लिए एआई सम्मेलन के दौरान, छह क्षेत्रीय केन्द्रों के विकास का नेतृत्व करने के लिए, 18 से 30 साल के एआई विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया.

इससे पहले, 11 से 18 साल के नवोन्मेषकों के लिए, रोबोटिक्स फ़ॉर गुड यूथ चैलेंज में, भारत में फ़ाइनल चैम्पियनशिप की मेज़बानी की गई. 

यह उन 25 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में से पहली थी, जिसका समापन 2025 में, वैश्विक प्रतियोगिता के साथ, ‘एआई फॉर गुड’ वैश्विक सम्मेलन में होगा.  

इस अवसर पर आईटीयू ने AI for Good Impact  रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें एआई में निवेश, उसके प्रशासन एवं कौशल विकास के क्षेत्रों में विश्व के विभिन्न क्षेत्रों के रुझानों पर प्रकाश डाला गया है. 

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