विदेश मंत्री जोली ने कहा कि इसराइल, ग़ाज़ा और लेबनान में हज़ारों लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें कैनेडा के भी अनेक नागरिक हैं.
“यह एक बेतुका युद्ध है, जोकि मनुष्यों की गरिमा के विरुद्ध है.” उन्होंने कहा कि सभी पक्षों की यंत्रणा पर विराम लगाया जाना होगा. शान्ति वार्ता व जीवन रक्षा के लिए रास्ता बनाने का ज़रूरत है. लेबनान में युद्ध नहीं हो सकता है.
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का सम्मान किए जाने की आवश्यकता है, और इसराइल व लेबनान को तत्काल युद्धविराम पर सहमति बनानी होगी.
“दक्षिणी लेबनान में परिवारों और उत्तरी इसराइल में परिवारों के लिए सुरक्षित अपने घर वापिस लौटना सम्भव होना चाहिए. हमने ज़ोर दिया है और हमेशा देंगे कि आम नागरिकों की रक्षा की जानी होगी, वे चाहे जहाँ भी हों.”
कैनेडा की विदेश मंत्री ने हेती का उल्लेख करते हुए कहा कि वहाँ आम जनता पीड़ा से गुज़र रही है और इन हालात में दुनिया हाथ पर हाथ धर कर नहीं बैठ सकती है.
“हेती में आपराधिक गुटों की हिंसा और बेरोकटोक भ्रष्टाचार से आबादी के लिए बर्बादी पनप गई है.” उन्होंने ध्यान दिलाया कि हेती में आम नागरिकों के समर्थन के लिए कैनेडा ने 10 करोड़ डॉलर से अधिक की धनराशि का निवेश किया है.
मेलेनी जोली ने यूक्रेन युद्ध पर कहा कि देश के नागरिको के पास भय व आक्रामकता से मुक्त होकर जीवन जीने का अधिकार है, और रूस को यूक्रेन से बाहर निकलना होगा.
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में स्थित अनेक देशों को आशंका है कि यूक्रेन के बाद अब उन्हें भी यह चुनौती झेलनी पड़ सकती है.
“कैनेडा, यूक्रेन के लिए अपने समर्थन से कभी पीछे नहीं होगा.” उन्होंने नॉर्वे व यूक्रेन के साथ मिलकर एक सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की, जोकि यूक्रेन के 10 सूत्री शान्ति सुझाव के मानवीय पहलू पर आधारित होगा.
“हम बच्चों की उनके परिवारों में वापसी पर, और देश निकाला दिए आम नागरिकों व युद्ध बन्दियों की ध्यान केन्द्रित करेंगे.” कैनेडा की राजनयिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा पारित किए गए प्रस्तावों का सम्मान किया जाना होगा.
मेलेनी जोली ने कहा कि पिछले 80 वर्षों में, किसी भी महिला ने यूएन महासचिव का पदभार नहीं सम्भाला है. “यह अस्वीकार्य है.”
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह, उन्होंने जमैका की नेता के साथ टोरंटो में क़रीब दुनिया के हर कोने से वहाँ पहुँची 15 महिला विदेश मंत्रियों का स्वागत किया.
“हमारी राय स्पष्ट है. इस उत्कृष्ट संस्थान का नया नेता एक महिला को बनना होगा. यह समय आ चुका है कि हम इस मंच से और दुनिया भर में सम्मान के साथ कहें: मैडम महासचिव.”