यह बैठक वैश्विक साझा सुरक्षा को आगे बढ़ाने की थीम पर केन्द्रित है, जिसमें एक नए दौर की आवश्यकताओं के अनुरूप पुलिस व्यवस्था को बेहतर बनाए जाने और उन साझा उपायों को ढूंढने पर चर्चा होगी, जिनसे यूएन पुलिस व राष्ट्रीय पुलिस, वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों व संकटों से निपट सकें.
बैठक के आरम्भिक सत्र में एक वीडियो के ज़रिये सुरक्षा को मज़बूती देने, मानवाधिकारों की रक्षा करने और सदस्य देशों को समर्थन प्रदान करने की अहमियत को रेखांकित किया गया.
संयुक्त राष्ट्र पुलिस (UNPOL) का मिशन, अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा को सुनिश्चित करने के इरादे से सदस्य देशों को हिंसक टकराव, संघर्ष के बाद और अन्य संकट हालात में समर्थन मुहैया कराना है.
साथ ही, उन अन्तरराष्ट्रीय जोखिमों की रोकथाम व निपटना भी है, जिनका सामना वैश्विक समुदाय कर रहा है. इनमें भूराजनैतिक टकराव, जलवायु आपदा, वैश्विक भरोसे का अभाव और टैक्नॉलॉजी का ग़लत इस्तेमाल समेत अन्य चुनौतियाँ हैं.
यूएन मुख्यालय में आयोजित हो रही इस बैठक में, महासचिव एंतोनियो गुटेरेश की पहल, शान्तिरक्षा के लिए कार्रवाई, शान्ति के लिए नया एजेंडा और शान्तिरक्षा में डिजिटल बदलावों को समर्थन देने में यूएन पुलिस की भूमिका पर विचार-विमर्श होगा.
नीतिगत मामलों के लिए यूएन अवर महासचिव गाय राइडर ने कहा, “सितम्बर में आयोजित होने वाली भविष्य की शिखर बैठक के साथ, यह सदस्य देशों, यूएन और हमारे रणनैतिक साझेदारों के लिए सामयिक आयोजन है, ताकि हम विचार कर सकें कि यूएन पुलिस की वास्तविक सम्भावनाओं को किस तरह साकार किया जाए.”
उनके अनुसार, मौजूदा दौर व भविष्य की चुनौतियों पर पार पाने के लिए यह अहम है.
वर्तमान चुनौतियाँ
संयुक्त राष्ट्र में शान्ति अभियानों के लिए अवर महासचिव ज़्याँ-पिएर लाक्रोआ ने शिखर बैठक के आरम्भिक सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि यूएन पुलिस के समक्ष, पहले से कहीं अधिक चुनौतियाँ हैं, और वे बहुआयामी हैं.
उन्होंने कहा कि ज़मीन पर मौजूद यूएन कर्मचारी अनेक मोर्चों पर ख़तरों का सामना कर रहे हैं, पार-अटलांटिक आतंकी गुटों, संगठित अपराधियों, हथियारबन्द समूहों और साइबर अपराधियों तक.
“हमारे शान्ति अभियान भी हेट स्पीच, ग़लत जानकारी, जानबूझकर फैलाई गई भ्रामक जानकारी से बढ़ती चुनौतियाँ झेल रहे हैं, जिन्हें युद्ध के हथियार के तौर पर इस्तेमाल में लाया जा रहा है.”
अवर महासचिव लाक्रोआ के अनुसार, यूएन पुलिस राजनैतिक समाधानों को आगे बढ़ाने और सतत शान्ति को समर्थन देने के लिए प्रयासरत है.
उन्होंने काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य का उल्लेख किया, जहाँ यूएन पुलिस अधिकारियों ने राष्ट्रीय निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान सूचना एकत्र करने और सार्वजनिक व्यवस्था प्रबन्धन के लिए डीआरसी पुलिस को सहायता मुहैया कराई है.
वर्दीधारी महिलाएँ
यूएन अवर महासचिव ने बताया कि डीआरसी और दक्षिण सूडान में अमल में संचालित परियोजनाओं के ज़रिये शान्तिरक्षा मिशन में महिला सैन्य व पुलिस को लाभ पहुँचा है.
उनके लिए रहन-सहन की बेहतर व्यवस्था की गई है और मनोविनोद के लिए सुविधाओं का निर्माण किया गया है. इसके अलावा, यूएन पुलिस को वरिष्ठ पदों पर लैंगिक विषमता में कमी लाने में सफलता मिली है.
उन्होंने कहा कि महासचिव गुटेरेश द्वारा प्रस्तुत, शान्ति के लिए नया एजेंडा के तहत, मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए नैटवर्क बहुपक्षवाद को मज़बूती देनी होगी, और इसके लिए सभी पक्षों का सहयोग अपेक्षित है.