Pune Porsche Crash Case: पुणे में पोर्शे कार हादसे मामले में जिस किशोर की कार से हादसा हुआ, उसकी मां शिवानी अग्रवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुछ दिनों पहले सामने आया कि 17वर्षीय किशोर की मां ने अपने बेटे के ब्लड सैंपल से अपना ब्लड सैंपल बदला था जिसे ससून हॉस्पिटल (Sasson Hospital) में एल्कोहॉल टेस्ट के लिए भेजा गया था। कुछ दिनों पहले जब यह सामने आया कि किशोर के ब्लड सैंपल को किसी महिला के ब्लड सैंपल से बदला गया है तो यह संदेह किया गया कि यह उसकी मां हो सकती है। इसके बाद वह कभी सामने भी नहीं आई थी।
सूत्रों के मुताबिक उसे सबूतों से छेड़छाड़ और ब्लड सैंपल लिए जाते वक्त अस्पताल में उपस्थित रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें अब सुबह 11:30 बजे पूछताछ के लिए पेश किया जाएगा। शिवानी का बयान पहले पुणे क्राइम ब्रांच ने उनके घर पर दर्ज किया था।
किशोर के माता-पिता को पेश किया जाएगा मजिस्ट्रेट के सामने
शिवानी अग्रवाल को अब जाकर हिरासत में लिया गया है। इससे पहले पुलिस ने ससून मामले में किशोर के पिता विशाल अग्रवाल की रिमांड के लिए याचिका दायर की थी, जिसके बाद उन्हें येरवडा जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। एक बार दोनों की कस्टडी के लिए पुलिस को मंजूरी मिलती है तो दोनों से क्रॉस क्वेश्चन किया जाएगा। किशोर के माता-पिता विशाल अग्रवाल और शिवानी अग्रवाल को रविवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।
ऐसे बढ़ी जांच आगे
जब पुलिस ने दावा किया कि किशोर के ब्लड सैंपल को बदला गया है और जो सैंपल है, उसमें एल्कोहॉल नहीं मिला है तो इस पर महाराष्ट्र मेडिकल एडुकेशन डिपार्टमेंट ने मुंबई के ग्रांट्स मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ पल्लवी सापले के नेतृत्व में 27 मई को एक कमेटी बनाया। इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट 29 मई को जांच पैनल को अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दी। न्यूज18 को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पुणे क्राइम ब्रांच ने ससून हॉस्पिटल की कुछ नर्सों को भी बुलाया था। उनसे ब्लड सैंपल की अदला-बदली के संबंध में पूछताछ की गई थी। पुलिस इस मामले में सरकारी अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ अजय तवरे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्रीहरि हल्नोर और स्टाफ मेंबर अतुल घाटकांबले को गिरफ्तार कर चुकी है।
क्या है पूरा मामला?
19 मई को तड़के सुबह तेज स्पीड से आ रही एक लग्जरी कार पोर्श ने कल्याणी नगर इलाके में बाइक से जा रहे दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स-अनीष अवधिया और अश्विनी कोस्टा को कुचल दिया था। पुलिस का दावा है कि यह कार विशाल अग्रवाल का नाबालिग बेटा चला रहा था। पुणे पुलिस ने मामले में देरी से रिपोर्टिंग करने और कर्तव्य में लापरवाही बरतने के लिए 24 मई को यरवदा पुलिस स्टेशन के एक इंस्पेक्टर सहित दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। वहीं इस हादसे में मारे गए इंजीनियर्स के माता-पिता ने मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट जांच की निगरानी करे और मुकदमा उनके राज्य यानी मध्य प्रदेश में हो।