भारत में पिछले कई दशकों से मज़बूत हुए स्थानीय प्रशासन यानि पंचायत राज ने, समुदायों की भागेदारी और निर्णय निर्माण प्रक्रिया में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाई है. पंचायत और ज़िला शासन के स्तर पर रूपान्तरकारी बदलाव कर रही कुछ महिलाओं की कहानी, यूएन मुख्यालय में पेश की गई. उन्हीं में से एक महिला – त्रिपुरा की सुप्रिया दास दत्ता की दास्तान…
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