लोकसभा चुनाव देश भर में चल रहे हैं। पहले और दूसरे चरण की वोटिंग खत्म हो चुकी है। अब 7 मई को तीसरे चरण के मतदान होंगे। इस बीच चुनाव आयोग (Election Commission) ने पहले और दूसरे चरण के वोटिंग प्रतिशत का आंकड़ा जारी कर दिया है। चुनाव आयोग के मुताबिक, लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 फीसदी और दूसरे चरण में 66.71 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को 102 निर्वाचन क्षेत्रों में हुआ था। वहीं दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को 88 निर्वाचन क्षेत्रों में हुआ था। साल 2019 के मुकाबले इस बार वोटिंग कम हुई है।
साल 2019 के पहले चरण में 69.43 फीसदी और दूसरे चरण में 69.17 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। चुनाव आयोग के डेटा जारी करने के बाद सियासत भी तेज हो गई है। चुनाव आयोग ने देर से ये आंकड़े जारी किए हैं। इसमें विपक्ष ने देरी पर सवाल उठाए हैं।
कितने फीसदी महिला और पुरुषों ने किया मतदान
चुनाव आयोग के पोल पैनल के मुताबिक, पहले चरण में, 66.22 फीसदी पुरुष और 66.07 फीसदी महिला मतदाताओं ने मतदान किया। 31.32 फीसदी थर्ड जेंडर वोटर्स ने वोटिंग की। वहीं दूसरे चरण में पुरुष मतदान 66.99 फीसदी, जबकि महिला मतदान 66.42 फीसदी रहा। थर्ड जेंडर की वोटिंग 23.86 फीसदी रही। पहले चरण में लक्षद्वीप (84.1 फीसदी0 में सबसे अधिक मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया है। वहीं बिहार में 49.26 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। यह सबसे कम था। दूसरे चरण के मतदान की बात करें तो मणिपुर में सबसे अधिक 84.85 फीसदी वोटिंग हुई। जबकि उत्तर प्रदेश में सबसे कम 55.19 फीसदी वोटिंग हुई।
विपक्ष ने किया सवाल
विपक्षी दल कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और CPM ने देरी से फाइनल डेटा आने पर चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए। विपक्ष का कहना है कि आमतौर पर यह आंकड़ा मतदान के 24 घंटों के भीतर जारी कर दिया जाता है। लेकिन इस बार यह काफी देर से जारी हुआ है।