यह घटनाक्रम कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नीलेश कुंभानी के नामांकन पत्र खारिज होने के एक दिन बाद आया है, क्योंकि उनके तीन प्रस्तावकों ने जिला चुनाव अधिकारी को एक हलफनामे में दावा किया था कि उन्होंने उनके नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनाव 2024 में मतगणना से पहले अपना खाता खोल लिया है। पार्टी उम्मीदवार मुकेश दलाल ने सूरत सीट पर निर्विरोध जीत हासिल की है। इससे पहले सूरत लोकसभा सीट से बीजेपी के मुकेश दलाल को छोड़कर सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया था। 22 अप्रैल को निर्वाचन क्षेत्र से केवल एक उम्मीदवार मैदान में था। दलाल (63) भाजपा शासित सूरत नगर निगम की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष हैं और वर्तमान में पार्टी की सूरत शहर इकाई के महासचिव हैं।
यह घटनाक्रम कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नीलेश कुंभानी के नामांकन पत्र खारिज होने के एक दिन बाद आया है, क्योंकि उनके तीन प्रस्तावकों ने जिला चुनाव अधिकारी को एक हलफनामे में दावा किया था कि उन्होंने उनके नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। बीजेपी ने सूरत से पहली लोकसभा सीट जीती, कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का नामांकन खारिज कर दिया गया क्योंकि उनके प्रस्तावक पीछे हट गए। बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल के खिलाफ सभी 8 निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। सूरत में अब वोटिंग नहीं होगी।
इससे पहले कांग्रेस की गुजरात इकाई के प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल ने रविवार को आरोप लगाया कि सूरत लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन पत्र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर खारिज किया गया। इस घटनाक्रम को ‘‘लोकतंत्र की हत्या’’ करार देते हुए गोहिल ने कहा कि प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में कथित विसंगतियों को लेकर पार्टी उम्मीदवार नीलेश कुंभाणी का नामांकन पत्र रद्द करने के निर्वाचन अधिकारी के फैसले के खिलाफ कांग्रेस गुजरात उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेगी। कांग्रेस सूरत निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैदान से बाहर हो गई है क्योंकि सूरत से पार्टी के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी अमान्य कर दिया गया है।
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