प्राइवेट सेक्टर का HDFC Bank, HDFC Education and Development Services (HDFC Edu) में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचना चाहता है। बैंक ऐसा स्विस चैलेंज मेथड से करना चाहता है। हालांकि अभी खरीदार को फाइनल करना बाकी है। HDFC Bank ने शेयर बाजारों को बताया है कि इस सिलसिले में उसने 30 मार्च को एक इंट्रेस्टेड पार्टी के साथ बाइंडिंग टर्म शीट पर साइन किए हैं। इस टर्म शीट में मौजूद पेशकश, स्विस चैलेंज प्रोसेस में हिस्सा लेने वाली दूसरी इंट्रेस्टेड पार्टीज से काउंटर ऑफर प्राप्त करने के लिए एंकर/बेस बिड के रूप में काम करेगी।
स्विस चैलेंज मेथड एक बिडिंग प्रोसेस है जिसमें बिडर यानि बोली लगाने वाला, नीलामीकर्ता के समक्ष एक बिड रखता है। इसके मंजूर होने के बाद, नीलामीकर्ता ओरिजिनल प्रपोजल पर काउंटर प्रपोजल या बिड की मांग करता है और ओरिजिनल बिड समेत सभी विकल्पों में से बेस्ट को चुनता है।
प्रोसेस पूरा होने के बाद फाइनल होगा खरीदार
स्विस चैलेंस प्रोसेस के पूरा होने पर HDFC Bank, खरीदार को फाइनल करेगा। उसके बाद बैंक और वह खरीदार प्रस्तावित लेनदेन पर आगे बढ़ेंगे। प्रस्तावित लेनदेन के लिए डेफिनिटिव डॉक्युमेंटेशन की डिटेल, इस डॉक्युमेंटेशन के एग्जीक्यूशन पर जमा की जाएगी। अप्रैल 2023 में RBI ने HDFC Bank को हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (HDFC Limited)-HDFC Bank विलय के बाद, दो साल की अवधि के लिए HDFC Edu में हिस्सेदारी बरकरार रखने की अनुमति दी थी। HDFC Edu, 3 स्कूलों को सर्विसेज देती है।
HDFC Bank और HDFC Ltd ने विलय के फैसले की घोषणा 4 अप्रैल 2022 को की थी। यह विलय 1 जुलाई 2023 से प्रभावी है। विलय के तहत HDFC Ltd का HDFC Bank में मर्जर हुआ है।HDFC Bank इस वक्त देश में प्राइवेट सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक है। बैंक का मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपये है।