दिल्ली में एक कोर्ट रूम आज एक हाई वॉल्टेज ड्रामा देखने को मिला। जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने भरी अदालत में आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक राजनीतिक साजिश के तहत उनकी गिरफ्तारी की है। ED ने कथित शराब घोटाला मामले (Delhi Liquor Case) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में CM को उनकी सरकार आवास से गिरफ्तार कर लिया था। आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो को गुरुवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट पेश किया गया था, क्योंकि एजेंसी को मिली उनकी हिरासत आज खत्म हो गई थी।
मामले से जुड़ी कई बातें विस्तार से बताते हुए केजरीवाल ने सवाल किया कि क्या ED के पास ऐसे मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए सही कारण हैं, जिनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है।
कोर्ट में क्या बोले केजरीवाल?
– अदालत में बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि अब तक उनके खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, ये मामला पिछले दो साल से चल रहा है। मुझे गिरफ्तार कर लिया गया है और अब तक मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है। अब तक अदालत के सामने 31,000 पन्ने जमा किए जा चुके हैं और अलग-अलग बयान दर्ज किए गए हैं, जिसमें से सिर्फ चार बयानों में मेरा नाम है।
– केजरीवाल ने अपनी दलील में सवाल उठाया, ”आबकारी नीति मामले में चार गवाहों ने मेरा नाम लिया है। क्या एक मौजूदा सीएम को गिरफ्तार करने के लिए 4 बयान काफी हैं?”
– यह कहते हुए कि उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया गया है, केजरीवाल ने कहा, “मामला दो साल पहले 17 अगस्त को दायर किया गया था। किसी भी अदालत ने मुझे दोषी नहीं पाया है। मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है और न ही मेरे खिलाफ कोई मामला दर्ज किया गया है, लेकिन फिर भी मुझे गिरफ्तार कर लिया गया है।”
– उन्होंने कहा, “सरथ रेड्डी ने बीजेपी को 55 करोड़ रुपए का चंदा दिया। मेरे पास इस बात के सबूत हैं कि यह गोरखधंधा चल रहा है। मनी ट्रेल है। गिरफ्तार होने के बाद उन्होंने बीजेपी को 50 करोड़ रुपये का चंदा दिया। सात बयानों में से छह बयानों में मेरा नाम नहीं आया, लेकिन जैसे ही सातवें बयान में मेरा नाम आया, तो गवाह को रिहा कर दिया गया। एक मुख्यमंत्री को सिर्फ चार बयानों के आधार पर गिरफ्तार कर लिया जाता है, जबकि ED के पास मेरी बेगुनाही साबित करने वाले हजारों पन्ने हैं।”
– उन्होंने कहा कि देश के सामने आम आदमी पार्टी के भ्रष्ट होने की झूठी कहानी रची गई है और वे ED की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं।
– उन्होंने एजेंसी पर AAP को कुचलने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा, ”अगर 100 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है, तो घोटाले का पैसा कहां गया? दरअसल, घोटाले की शुरुआत ED की जांच के बाद हुई। ED चाहे जितने दिनों तक हमें रिमांड पर रखे, हमें कोई आपत्ति नहीं है। ED के दो मकसद हैं- एक तो आम आदमी पार्टी को खत्म करना और इसके पीछे एक जबरन वसूली रैकेट चलाना, जिसके जरिए वो पैसा इकट्ठा कर रहे हैं।”
ED ने मांगी थी सात दिन की रिमांड
ED ने कोर्ट से केजरीवाल की और सात दिन रिमांड मांगी। एजेंसी ने दलील दी कि मामले से जुड़े कुछ लोगों से उनका आमना-सामना कराने की जरूरत है। इसलिए एजेंसी उन्हें अभी अपनी हिरासत में रखना है।
ED ने कहा कि AAP सुप्रीमो पुछताछ में गोलमोल जवाब दे रहे हैं और अपने डिजिटल डिवाइस जैसे कि मोबाइल फोन के पासवर्ड भी नहीं बता रहे हैं। इसके बाद कोर्ट ने केजरीवाल को रहात नहीं दी और 1 अप्रैल तक उन्हें ED की हिरासत में रखना का फैसला सुनाया।