Trade deficit : वाणिज्य मंत्रालय ने 15 मार्च को बताया है कि भारत का व्यापारिक व्यापार घाटा जनवरी 2024 के 17.49 बिलियन डॉलर से बढ़कर फरवरी 2024 में 18.71 बिलियन डॉलर पर रहा है। फरवरी 2023 में व्यापार घाटा 16.57 बिलियन डॉलर रहा था। हालांकि फरवरी में व्यापार घाटा बढ़ा है। लेकिन देश से होने वाला निर्यात एक साल के पहले की अवधि की तुलना में 11.9 फीसदी बढ़कर 41.40 अरब डॉलर पर रहा है। वहीं, इस अवधि में आयात 12.2 फीसदी बढ़कर 60.11 अरब डॉलर हो गया है।
भारत का आयात चार महीने के उच्चतम स्तर पर
फरवरी 2024 में भारत का व्यापारिक निर्यात 41.40 बिलियन डॉलर पर रहा है जो 11 महीनों का हाइएस्ट आंकड़ा है। पिछली बार मार्च 2023 में इससे बड़ा आंकड़ा देखने को मिला था। मार्च 2023 में भारत से होने वाले निर्यात का अंकड़ा 41.96 बिलियन डॉलर पर रहा था। फरवरी 2024 में भारत का आयात भी चार महीने के उच्चतम स्तर पर रहा है।
साल-दर-साल आधार पर होने वाली ग्रोथ के नजरिए से देखें फरवरी में हुई एक्सपोर्ट ग्रोथ जून 2022 में हुई 30.1 फीसदी की ग्रोथ बाद से सबसे अधिक है। इसी तरह फरवरी में 12.2 प्रतिशत की आयात ग्रोथ सितंबर 2022 के 12.6 फीसदी के बाद से सबसे अधिक है।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने मीडिया से कहा कि यूक्रेन युद्ध, स्वेज नहर संकट, पश्चिमी देशों की कड़ी मौद्रिक नीतियों और कमोडिटी की कीमतों में गिरावट के बावजूद फरवरी के व्यापार डेटा ने हमारी सभी उम्मीदों को पार कर लिया है। पिछले 11 महीनों में वस्तुओं और सेवाओं दोनों में सबसे ज्यादा निर्यात ग्रोथ देखने को मिली है। उम्मीद है कि 2023-24 की क्लोजिंग के समय देश का कुल निर्यात पिछले वित्तीय वर्ष के रिकॉर्ड निर्यात आंकड़ों से अधिक होगा।
2022-23 में भारत का व्यापारिक निर्यात 451.07 अरब डॉलर था, जबकि सेवा निर्यात 325.33 अरब डॉलर था। इस अवधि में कुल निर्यात 776.40 अरब डॉलर था, जो 2021-22 की तुलना में 14.8 फीसदी अधिक था।
कुल मिलाकर अप्रैल 2023-फरवरी 2024 की अवधि में भारत का व्यापार घाटा 225.20 अरब डॉलर था, जो 2022-23 के पहले 11 महीनों के 245.94 अरब डॉलर से कम है।