लखनऊ: लोकसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं। इसी बीच सभी राजनीतिक पार्टियों की निगाहें यूपी पर टिक गई हैं चाहे सत्ता पक्ष हो या विपक्ष। विपक्ष सरकार की कमियों को उठाने की कोशिश कर रहे तो सत्ता पक्ष अपने कामों को गिनाने में लग गए हैं। इसी बीच, यूपी के डीजीपी ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में लॉ एंड ऑर्डर से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बातचीत करते हुए बताया कि प्रशासन जल्द ही पेपर गैंग मामले में पूरा पर्दाफाश करेंगे।
‘पिछली सरकारों के सिस्टम में गड़बड़ियां थी’
प्रशांत कुमार ने पेपर लीक मामले को लेकर कहा कि पेपर लीक करने वालो की अवैध संपत्ति ज़ब्त भी करेंगे और उसे ध्वस्त भी करेंगे। पेपर लीक के तार कई राज्यों से जुड़े हैं। पिछली सरकारों के सिस्टम में गड़बड़ियां थीं, जिसकी वजह से माफियाओं पर एक्शन नहीं होता था। अब माफियाओं के खिलाफ गवाहों को प्रोटेक्शन दे रहे है,जिससे वो गवाही दे सकें। जिन माफियाओं को सज़ा मिली सबका आपराधिक इतिहास 40 साल पुराना है, सिस्टम में कमी थी जिसे ठीक कर रहे हैं। और भी अपराधियो और माफियाओं को सजाएं होंगी।
‘मुख्यमंत्री दे रहे ध्यान’
डीजीपी ने कहा कि जब सिस्टम काम नहीं करता तो माफियाओं और अपराधियों को सज़ा नहीं मिल पाती थी। शासन की मंशा है कि माफियाओं ,अपराधियों पर कारवाई हो, मुख्यमंत्री अब इस पर खुद ध्यान रखते हैं। उन्होंने खुद पुलिस का बजट ढाई गुना किया। साथ ही करीब पौने 2 लाख भर्ती हुई, अब पुलिस को कई संसाधन दे रहे हैं। अगर जस्टिस डिले करेंगे तो ये भी जुर्म है।
‘नकल माफियाओं का पूरा साम्राज्य चलता है’
डीजीपी कुमार ने आगे कहा कि राज्य में नकल माफियाओं का पूरा साम्राज्य चलता है। पेपर गैंग मामले में जल्दी ही हम पूरा पर्दाफाश करेंगे। कई राज्यों के गैंग इसमें शामिल हैं, जितने भी माफिया हैं उनपर पर कठोर कारवाई करेंगे। साथ ही गलत तरह से अर्जित संपत्ति जब्त भी करेंगे,अवैध प्रॉपर्टी ध्वस्त भी करेंगे।
CAA पर लोगों का सहयोग
CAA को लेकर DGP ने कहा कि सभी धर्मगुरुओं से बात हो गई है, इससे किसी की नागरिकता जानी नहीं है। लोग समझ गए है कि कुछ लोग कानून व्यवस्था बिगाड़ना चाहते है। लोगों का सहयोग मिल रहा है।
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