दिल्ली के केशोपुर में एक व्यक्ति के बोरवेल में गिरने की घटना सामन आई है। इस बाबत दिल्ली में मंत्री आतिशी ने कहा कि मौके पर पहुंचकर मैंने स्थिति का मुआयना किया। यहां NDRF और जल बोर्ड द्वारा बचाव कार्य जारी है। बोरवेल एक तालाबंद बंद कमरे में था। प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि यहां जबरदस्ती ताला तोड़ घुसने का प्रयास किया गया था। पुलिस इसकी जांच करेगी। ऐसे मामले दोबारा सामने न आए इसे लेकर जल बोर्ड को सख़्त आदेश दिए है कि, दिल्ली में बंद पड़े सभी प्राइवेट-सरकारी बोरबेल को 48 घंटे के अंदर वेल्डिंग कर सील किया जाए और मुझे इसकी रिपोर्ट सौंपी जाए।
उचित अधिकारी के खिलाफ होगी कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक अबतक 15 फुट के आसपास का गड्ढा किया जा चुका है। हालांकि डीजल खत्म हो जाने के कारण काम रुक गया। बता दें कि 30-40 फुट गड्ढा होने में अभी काफी समय लगने वाला है। दिल्ली पुलिस को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं मिला है। आतिशी ने आगे कहा कि ये मामला पुलिस जांच का है क्योंकि वह शख्स बच्चा नहीं था, वह एक जवान युवक है। इसके पीछे की मंशा और आपराधिकता जांच का विषय होगी। दिल्ली जल बोर्ड के सभी अधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं कि जो भी इस विशेष बोरवेल की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आतिशी बोलीं- मामले की होगी जांच
आतिशी ने आगे कहा कि हमने अगले 48 घंटों में दिल्ली में सभी बंद पड़े बोरवेलों को सील करने का भी आदेश दे दिया है। उन्होंने कहा कि हमारा फोकस फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन पर हैं। हमारे सारे जल बोर्ड के अधिकारी यहां मौजूद है। यहां सेफ्टी के लिए जो भी अधिकारी जिम्मेदार है उसके खिलाफ कार्रवाई का जाएगी। उन्होंने कहा कि यह विभाग की लापरवाही तो नहीं है क्योकि यह एक सुरक्षित प्रतिबंधित बोरवेल था, जो बंद कमरे के अंदर था। इसकी हम जांच करेंगे। आगे कोई ऐसी घटना न हो, इसलिए उचित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।