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‘मौजूदा वैश्विक प्रशासन से भड़क रहा है विभाजन और असन्तोष’, यूएन प्रमुख

‘मौजूदा वैश्विक प्रशासन से भड़क रहा है विभाजन और असन्तोष’, यूएन प्रमुख

उन्होंने शुक्रवार को जर्मनी के म्यूनिख़ शहर में सुरक्षा सम्मेलन में एकत्र विश्व नेतागण को सम्बोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किए हैं.

यूएन प्रमुख ने कहा, “हमारी दुनिया अस्तित्वगत चुनौतियों का सामना कर रही है, लेकिन वैश्विक समुदाय, पिछले 75 वर्षों के दौरान किसी भी समय की तुलना में अधिक खंडित और विभाजित है.”

उन्होंने “एक ऐसी वैश्विक व्यवस्था की आवश्यकता पर प्रकाश डाला जो सभी के लिए काम करे.”

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि यदि देश संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत अपने दायित्वों को पूरा करें, तो पृथ्वी पर प्रत्येक व्यक्ति शान्ति और सम्मान के साथ जीवन जी सकते हैं.

हालाँकि, देशों की सरकारें इन प्रतिबद्धताओं की अनदेखी कर रही हैं और लाखों लोग, भयानक क़ीमत चुका रहे हैं, लोग रिकॉर्ड संख्या में पलायन करने को मजबूर हैं.

ऐतिहासिक अवसर की तलाश

यूएन प्रमुख ने कहा, “हमें दो क्षेत्रों में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है: विकासशील देशों को सतत विकास लक्ष्यों में निवेश करने के लिए किफ़ायती दीर्घकालिक वित्त में, वार्षिक 500 अरब डॉलर की प्रोत्साहन राशि का योगदान, जैसा कि सितम्बर 2023 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अनुमोदन किया था.”

उन्होंने बताया कि इसके क्रियान्वयन की निगरानी और समर्थन के लिए, राष्ट्राध्यक्षों के एक छोटे समूह के साथ काम किया जा रहा है.

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि वैश्विक वित्तीय ढाँचे में सुधार के लिए, विश्व को ब्रेटन वुड्स जैसे एक ऐतिहासिक अवसर की आवश्यकता है, ताकि यह आज की वैश्विक अर्थव्यवस्था के अनुरूप हो; और विशेष रूप से क़र्ज़ में डूबे विकासशील देशों के लिए एक वास्तविक वैश्विक सुरक्षा जाल बनाने में सक्षम हो.

उन्होंने बताया कि भविष्य का शिखर सम्मेलन (सितम्बर 2024), इन संस्थानों और रूपरेखाओं को वास्तव में सार्वभौमिक और समावेशी और क़ानून के शासन पर आधारित बनाने के लिए, गहन सुधारों की आवश्यकता पर विचार करेगा.

“ऐसा किया जाना, एक ऐसी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने के लिए अनिवार्य है जो हर जगह, सभी के लिए कारगर हो.”

ग़ाज़ा और वैश्विक ‘गतिरोध’

यूएन महासचिव ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में युद्ध का ज़िक्र करते हुए कहा कि 7 अक्टूबर को इसराइल के दक्षिणी हिस्से में किए गए हमलों को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता है, और इसराइल की सैन्य कार्रवाई में फ़लस्तीनी लोगों को दिए जा रहे सामूहिक दंड को भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है.

उन्होंने कहा, “ग़ाज़ा की स्थिति वैश्विक सम्बन्धों में गतिरोध का एक भयावह उदाहरण है. मृत्यु और विनाश का स्तर अपने आप में चौंकाने वाला है. युद्ध पूरे क्षेत्र की सीमाओं पर भी फैल रहा है और वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रहा है.”

उन्होंने कहा कि मानवीय सहायता प्रतिक्रिया अभियान अब अपनी जर्जर अवस्था में हैं, ऐसे में उन्होंने चेतावनी दी कि रफ़ाह शहर पर इसराइल का सम्भावित चौतरफ़ा हमला, वहा के आम लोगों के लिए विनाशकारी साबित होगा, जोकि पहले से ही अपने अस्तित्व के संकट का सामना कर रहे हैं.

ग़ौरतलब है कि रफ़ाह, ग़ाज़ा में मानवीय सहायता आपूर्ति के लिए, प्रवेश स्थल है और वहाँ ग़ाज़ा की लगभग आधी आबादी अब शरण लिए हुए है.

यूएन प्रमुख ने कहा, “मैंने बार-बार सभी बन्धकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई और मानवीय युद्धविराम का आहवान किया है. ग़ाज़ा में सहायता सामग्री के वितरण को बड़े पैमाने पर बढ़ाने का यही एकमात्र तरीक़ा है.”

यूक्रेन के लिए शान्ति

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि दो साल पहले “संयुक्त राष्ट्र चार्टर का स्पष्ट उल्लंघन करते हुए” यूक्रेन पर रूसी आक्रमण से भड़के युद्ध के लिए, 21वीं सदी के योरोप में कोई स्थान नहीं है. पीड़ा और जीवन की भयावह हानि हुई है, जबकि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव विनाशकारी रहा है, ख़ासकर विकासशील देशों के लिए.

उन्होंने कहा, “हमें यूक्रेन, रूस और दुनिया के लिए न्यायसंगत और स्थाई शान्ति की सख़्त ज़रूरत है. एक ऐसी शान्ति जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप हो, और जो सम्प्रभु देशों की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने का दायित्व स्थापित करे.”

लेकिन अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को इन और अन्य तात्कालिक संकटों से परे, उन ख़तरों और चुनौतियों से निपटने के लिए वैश्विक शान्ति और सुरक्षा ढाँचे को मजबूत करना होगा, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर का मसौदा तैयार होने के समय, अकल्पनीय थे, जैसे कि जलवायु संकट, कृत्रिम बुद्धिमत्ता या साइबर हथियार.

नया शान्ति एजेंडा

एंतोनियो गुटेरेश ने जुलाई 2023 में जारी किए गए, शान्ति के लिए अपने नए एजेंडे की ओर इशारा किया, जिसका उद्देश्य वैश्विक सामूहिक सुरक्षा प्रणालियों को “अधिक सम्पर्कयुक्त और समावेशी बहुपक्षवाद” के माध्यम से अद्यतन करना है.

सिफ़ारिशों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार, परमाणु हथियारों को ख़त्म करने के लिए फिर से प्रतिबद्धता, और टकराव को रोकने में सतत विकास और जलवायु कार्रवाई की भूमिका पर अधिक ज़ोर शामिल है.

शान्ति के लिए नए एजेंडे पर, सितम्बर 2024 में न्यूयॉर्क में, संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित होने वाले भविष्य के शिखर सम्मेलन में चर्चा की जाएगी.

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को न्याय पर आधारित उचित समाधान के लिए काम करना चाहिए. “हर किसी के लिए कारगर अधिक समावेशी, व्यापक और प्रभावी वैश्विक व्यवस्था बनाने का हमेशा अवसर होता है.”

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