नई दिल्ली: इनकम टैक्स appelate ट्रिब्यूनल से कांग्रेस पार्टी को अंतरिम राहत मिल गई है। इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल ने कांग्रेस पार्टी को खाता इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है। ट्रिब्यूनल अब इस मामले की अगली सुनवाई बुधवार को करेगा। वहीं इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल के फैसले के बाद अजय माकन ने एक ट्वीट कर कहा कि इनकम टैक्स ट्रिब्यूनल ने कहा है कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि 115 करोड़ रुपये बैंकों में रखे जाएं। यह 115 करोड़ बैंक खातों में लाइन मार्क है। हम उससे ऊपर की राशि खर्च कर सकते हैं। इसका मतलब है कि 115 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए गए हैं। यह 115 करोड़ रुपये हमारे चालू खाते में मौजूद रकम से कहीं अधिक है।
कांग्रेस के 9 अकाउंट किए गए थे फ्रीज
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के कुल 9 अकाउंट फ्रीज किए गए थे। परसों ही कांग्रेस ने इनकम टैक्स appelate ट्रिब्यूनल में अप्लाई किया था। कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने परसों हलफनामा दायर किया था और आज इस पर इनकम टैक्स appelate ट्रिब्यूनल में सुनवाई हुई। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा कांग्रेस की तरफ से पेश हुए। उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस को अंतरिम राहत मिलने की जानकारी दी।
कांग्रेस पार्टी के खातों पर तालाबंदी-माकन
इससे पहले कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस के खातों को सीज करने की जानकारी दी थी। अजय माकन ने कहा, “हमें बताया गया है कि देश के मुख्य विपक्षी पार्टी के सारे बैंक खाते फ्रिज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के खातों पर तालाबंदी हो गई है।….हमें पता चला कि युवा कांग्रेस के बैंक खाते फ्रिज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के खाते भी फ्रिज कर दिए गए हैं। इनकम टैक्स ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी से 210 करोड़ रुपये की वसूली मांगी। हमारे खातों में क्राउडफंडिंग का पैसा फ्रिज कर दिया गया है। चुनाव से ठीक 2 हफ्ते पहले जब विपक्ष के खाते फ्रिज कर दिए जाते हैं, तो यह लोकतंत्र को फ्रिज करने के बराबर है।”
यह आम जनता का पैसा है, धनाढ्य लोगों का नहीं-माकन
उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव में कुछ समय बचा है तब क्यों कांग्रेस के अकाउंट फ्रीज किए गए हैं? कांग्रेस और यूथ कांग्रेस से 210 करोड़ रुपए की रिकवरी की जा रही है। यह लोगों के contribution का पैसा है। यह धनाढ्य लोगों का पैसा नहीं है।
इलेक्टोरल बॉन्ड का पूरा पैसा बीजेपी के पास-माकन
उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र पर तालाबंदी और बड़ियां हैं। दो सौ दस करोड़ की रिकवरी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस और यूथ कांग्रेस से मांगे। यह ऑनलाइन क्राउड फंडिंग से इकट्ठा किया हुआ पैसा है। वहीं दूसरी तरफ इलेक्टोरल बॉन्ड का पूरा पैसा बीजेपी के पास है और वो उसे खर्च कर रही है।