इसराइल द्वारा क़ाबिज़ फ़लस्तीनी इलाक़े के लिए, संयुक्त राष्ट्र के उप मानवीय सहायता समन्वयक थॉमस व्हाइट ने गुरूवार को बताया है कि ग़ाज़ा के दक्षिणी इलाक़े ख़ान यूनिस में स्थित एक प्रशिक्षण केन्द्र के आसपास तीव्र हुए युद्ध में मृतक संख्या बढ़कर 12 हो गई है और घायलों की संख्या 75 है. इनमें 15 घायलों की हालत गम्भीर है.
थॉमस व्हाइट ने बताया, “ख़ान यूनिस में नागरिक स्थलों पर लगातार हमले पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं और इन्हें तुरन्त रोका जाना होगा. बुधवार को प्रशिक्षण केन्द्र पर दो गोले दागे गए जिससे वहाँ आग लग गई.”
उन्होंने “अन्तरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के मौलिक सिद्धान्तों को क़ायम रखने में लगातार विफलता” की निन्दा की, जिनमें हमलों को अंजाम देने में लक्ष्यों में भेद करना, बल प्रयोग की आनुपातिकता और सावधानियाँ बरता जाना शामिल हैं.
भयभीत – और फँसे हुए
यूएन अधिकारी थॉमस व्हाइट ने, ख़ान यूनिस में अस्पतालों और आश्रय स्थलों के आसपास इसराइली रक्षा बलों और फ़लस्तीनी सशस्त्र समूहों के बीच चल रही भारी लड़ाई के बीच चेतावनी दी है कि कर्मचारी, मरीज़ और विस्थापित लोग अस्पतालों के “अन्दर फँसे हुए हैं और जीवन रक्षक कार्य ठप हैं”.
थॉमस व्हाइट ने कहा, “स्थिति का आकलन करने के लिए, इसराइल ने कई मिशनों को अस्वीकार कर दिया है.”
उन्होंने कहा कि बुधवार शाम को “संयुक्त राष्ट्र अन्ततः आघात के रोगियों के इलाज के लिए प्रभावित क्षेत्रों तक पहुँचने, चिकित्सा सामग्री पहुँचाने और घायलों को रफ़ाह तक पहुँचाने में कामयाब रहा”.
ग़ाज़ा से संयुक्त राष्ट्र के उप मानवीय सहायता समन्वयक ने बताया कि नासिर चिकित्सा परिसर और अल अमल सहित, दक्षिणी इलाक़े में आंशिक रूप से चालू रहने वाले कुछ अस्पतालों के पास भारी लड़ाई ने, रोगियों को, प्रभावी रूप से घेराबन्दी में छोड़ दिया है.
एक और अस्पताल बन्द हो गया
थॉमस व्हाइट ने, ग़ाज़ा में सैकड़ों इमारतों को ध्वस्त किए जाने की ख़बरों के बीच कहा कि ख़ान यूनिस में अल ख़ैर अस्पताल को “मरीजों को आधी रात में हटाए जाने के बाद बन्द कर दिया गया है. इन मरीज़ों में ऐसी महिला मरीज़ भी हैं जिनके शिशुओं को जन्म दिलाने के लिए उनका ऑपरेशन किया गया था.
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) ग़ाज़ा में कथित जनसंहार के मुद्दे पर, इसराइल के ख़िलाफ़ दक्षिण अफ्ऱीका के मुक़दमे में फ़ैसला सुनाने के लिए तैयार है और यह निर्णय शुक्रवार को आने की सम्भावना है.
ग़ाज़ा में यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को उस समय भड़का था, जब इसराइली समुदायों पर हमास के नेतृत्व वाले हमलों के जवाब में इसरायल ने भारी बमबारी शुरू की थी. ह
हमास के हमलों में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बन्धक बना लिया गया था. ग़ाज़ा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि इसराइली आक्रमण में अभी तक लगभग 25 हज़ार 700 लोग मारे गए हैं और लगभग 63 हज़ार 740 लोग घायल हुए हैं.