एनसीडीईएक्स पर हल्दी की कीमतों में शानदार उड़ान देखने को मिल रहा है। NCDEX पर हल्दी का भाव 5 महीनों की ऊंचाई पर पहुंचा है। हल्दी की कीमतें 16160 के उच्चतम स्तर पर पहुंची है। हल्दी का अप्रैल वायदा 15900 के पार निकला है। जबकि जून वायदा 16000 के पार निकला है।
हल्दी की चाल पर नजर डालें तो 4 दिनों में करीब 15% चढ़ी है। 2 हफ्तों में हल्दी ने 21% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। जनवरी में हल्दी का भाव करीब 13% चढ़ा है। दिसंबर 2023 से भावों में तेजी जारी रही है।
गौरतलब है कि उत्पादन घटने का अनुमान, एक्सपोर्ट में सुधार और स्टॉक में कमी के कारण हल्दी की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है।
खाने के तेल की मौजूदा नीति में बदलाव जरूरी- SEA
Solvent Extractors Association of India ने सरकार से खाने के तेल की नीतियों में बदलाव की अपील की है। SEA के मुताबिक इससे न सिर्फ इंडस्ट्री बल्की किसानों को भी नुकसान है। और मौजूदा नीति से देश खाने के तेल के मामले में आत्मनिर्भर नहीं बन पाएगा।
SEA ने सरकार से अपील की है कि वह खाने के तेल की मौजूदा नीति में बदलाव करें। उनका कहना है कि मौजूदा नीति से इंडस्ट्री, किसानों को नुकसान होगा। कम दरों पर खाने के तेल के इंपोर्ट से किसानों को नुकसान होगा। कम दरों पर इंपोर्ट तिलहन की खेती से घट सकती है। तिलहन में आत्मनिर्भर बनान संभव नहीं हो पाएगा।
बता दें कि 31 मार्च 2025 तक सरकार ने खाने के तेल पर कम दरों पर इंपोर्ट करने का फैसला किया है। पाम, सोया, सनफ्लावर ऑयल का इंपोर्ट होगा। RBD का भी कम दरों पर देश में इंपोर्ट होगा। गौरतलब है कि जून 2023 में सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी घटाई थी। पहले 31 मार्च 2024 तक ही कम दरों पर इंपोर्ट होना था जिसे सरकार ने बढ़ा दिया है।
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