ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच (Fitch Ratings) ने भारत की रेटिंग को ‘बीबीबी-‘ पर बरकरार रखा है। साथ ही उसने भारत को ‘स्थिर’ आउटलुक दिया है। रेटिंग एजेंसी ने 16 जनवरी को जारी अपने बयान में कहा, “भारत अगले कुछ सालों में ग्लोबल स्तर पर सबसे तेजी से विकास करने वाले देशों में से एक बने रहने के लिए तैयार है।” फिच रेटिंग्स ने कहा कि लंबी अवधि की फॉरेन करेंसी इश्यूर डिफॉल्ट रेटिंग (IDR) को ‘बीबीबी-‘ पर बरकरार रखा गया है।
इससे साथ ही एजेंसी ने वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है, जबकि पिछले साल मई में इसने 6 प्रतिशत का अनुमान जताया था। एजेंसी ने कहा कि हालांकि अगले वित्त वर्ष 2025 में जीडीपी ग्रोथ रेट थोड़ी धीमी होकर 6.5 प्रतिशत हो जाएगी।
फिच ने निवेश पर कहा, “निवेश एक विकास के प्रमुख ग्रोथ इंजन के रूप में बना रहेगा। भारत सरकार का कैपिटल एक्सपेंडिटर जारी रहने की संभावना है और प्राइवेट निवेश में भी धीरे-धीरे तेजी आनी चाहिए। हालांकि घरेलू बचत कम होने के कारण निकट अवधि में खपत में और कमी आने की संभावना है।”
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फिच ने कहा, बैंकों और कॉरपोरेट्स की बैलेंस शीट की बेहतर स्थिति में हैं। इससे “पॉजिटिव इनवेस्टमेंट साइकिल” का रास्ता साफ होना चाहिए और ग्रोथ की संभावना को मजबूती मिलनी चाहिए।
एजेंसी ने अपनी रेटिंग एक्शन कमेंट्री में इस बात पर भी जोर दिया कि भारत में महंगाई के मोर्चे पर काबू पा लिया गया है। इसमें कहा गया है, “कोर महंगाई दर में गिरावट आई है। 2022 के अंत में यह लगभग 6 प्रतिशत थी, जो दिसंबर में घटकर 3.7 प्रतिशत पर आ गई। इससे रिटेल इंफ्लेशन को भी काबू करने में मदद मिली है। हमारा अनुमान है कि रिटेल इंफ्लेशन दिसंबर 2023 में 5.7 प्रतिशत से घटकर 2024 के अंत तक 4.7 प्रतिशत हो जाएगी।”