Ram Mandir में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले होने वाले धार्मिक अनुष्ठान आज से शुरू होने जा रहे हैं। विधि विधान से होने वाले अनुष्ठान आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, प्रमुख आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित, अरुण दीक्षित, सुनील दीक्षित, दत्तात्रेय नारायण रटाटे, गजानन जोतकर, अनुपम दीक्षित आदि की देखरेख में संपन्न होंगे। इसमें 11 यजमान भी रहेंगे। पहले आचार्य गणेश्वर शास्त्री 14 और 15 जनवरी को रामनगरी आने वाले थे। हालांकि उन्होंने इससे पूर्व आकर ही राम नगरी का दौरा किया। पूजा स्थान से लेकर रामलला की मूर्ति का भी मुआयना उनके द्वारा पहले ही किया जा चुका है।
धूपबत्ती से कार्यक्रम की शुरुआत
मंगलवार 16 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से पहले के अनुष्ठान शुरू होने जा रहे हैं। सुबह 11 बजे अंतर्राष्ट्रीय बस अड्डा बाइपास पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज गुजरात के वडोदरा से लाई गई 108 फुट की धूपबत्ती का इस्तेमाल करेंगे। इसे जलाने के बाद रामलला की मूर्ति को दशवधि स्नान करवाया जाएगा। इस स्नान के जरिए पांच तत्वों को जल, वायु, आकाश, अग्नि और पृथ्वी को प्रतिमा में प्रतिष्ठित किया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल
16 जनवरी को दशविध स्नान
17 जनवरी 2024 को गणेश अम्बिका पूजा होगी जिसमें श्रीविग्रह का परिसर भ्रमण कराया जाएगा तथा गर्भगृह का शुद्धिकरण होगा।
18 जनवरी 2024 को वरुण पूजा जिसमें दोनों समय जलाधिवास, सुगंध और गंधाधिवास भी किया जाएगा।
19 जनवरी 2024 को नवग्रह स्थापना, इस पूजा में सुबह फल अधिवास और धान्य अधिवास होगा।
20 जनवरी 2024 को वास्तु शांति और अन्नाधिवास, सुबह पुष्प और रत्न व शाम को घृत अधिवास होगा।
21 जनवरी 2024 को शयाधिवास, इसमें प्रात: शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास व औषधि और शैय्या अधिवास होगा।
22 जनवरी 2024 को रामलला का पूजन–अभिषेक, मध्य दिवस में रामलला के विग्रह की आंखों से पट्टी हटायी जाएगी और उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।