लोगों के अमीर होने के साथ, अक्सर उनकी लाइफस्टाइल भी बदल जाती है। लोग पहले से अधिक छुट्टियां पर जाने लगते हैं। ज्वैलरी, घर से बाहर खाना खाने और महंगे ब्रांड के प्रोडक्ट खरीदने पर उनका खर्च पहले से ज्यादा हो जाता है। यहां तक कि बीमारी के दौरान वे सरकारी अस्पतालों का चक्कर लगाने की जगह, बड़े प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पसंद करते हैं। जानी-मानी ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने इसी को लेकर एक दिलचस्प रिपोर्ट जारी की है। गोल्डमैन सैक्स का कहना है कि भारत में अमीर या पैसों से समृद्ध लोगों की आबादी सालाना करीब 12 फीसदी की दर से बढ़ रही है। ब्रोकरेज ने कहा कि कम से कम 8 ऐसे शेयर हैं, जिन्हें देश में अमीर लोगों की बढ़ती आबादी का फायदा हो सकता है। ये आठों शेयर कौन-कौन से हैं, और यहां अमीर होने का पैमान क्या है, आइए इस वीडियो में जानते हैं-
गोल्डमैन सैक्स ने ‘द राइज ऑफ एफ्लूएंट इंडिया’ नाम से एक रिपोर्ट जारी है। एफ्लूएंट का मतलब होता है धनी या समृद्ध। या आप चाहें तो अमीर भी कहे सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है बैंकों में जमा राशि, इनकम टैक्स रिटर्न और क्रेडिट कार्ड यूज पर मिलने वाले प्वाइंट जैसे ऐसे कई आंकड़े हैं, जो बताते हैं कि देश में अमीर लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसमें अमीर उन लोगों को माना गया है, जिनकी सालाना इनकम 10,000 डॉलर या करीब 8.5 लाख रुपये से अधिक है। अगर आपकी भी सालाना कमाई 8.5 लाख, या उससे अधिक है, तो आप भी एफ्लूएंट इंडियन, यानी समृद्ध भारतीयों में आते हैं।
इनकी आबादी बढ़ने से वैसे तो कई कंपनियों को फायदा मिल सकता है, लेकिन गोल्डमैन सैक्स ने खासतौर से 8 स्टॉक्स चुने हैं। ब्रोकरेज का कहना है कि ये आठों कंपनियों अपने सेगमेंट की मार्केट लीडर कंपनियां हैं, इनका बिजनेस क्वालिटी अच्छा और पिछले ट्रैक रिकॉर्ड भी जबरदस्त हैं।
1. टाइटन (Titan)
टाटा ग्रुप की इस कंपनी का न सिर्फ ज्वैलरी बल्कि महंगे वॉच और आईकेयर बिजनेस में भी अच्छी हिस्सेदारी है। ज्वैलरी में इसके पास 7-8 फीसदी का मार्केट शेयर है, जो बाकी बड़ी ज्वैलरी कंपनियों के मुकाबले अधिक है। इसके ज्वैलरी प्रोडक्ट की कीमतें भी बाकी बड़ी कंपनियों के मुकाबले थोड़े प्रीमियम पर है। लेकिन कंपनी अपनी पारदर्शी पॉलिसी और विभिन्न रेंज के प्रोडक्ट और पुरानी ज्वैलरी के एक्सचेंज आदि के चलते एक प्रीमियम और महत्वकांक्षी ब्रांड बनकर उभरी है। समृद्ध ग्राहकों की बढ़ती संख्या से आगे इस कंपनी की ओर बढ़ सकती है। साथ ही नए मार्केट में विस्तार का भी इसे फायदा मिलेगा।
2. अपोलो हॉस्पिटल्स (Apollo Hospitals)
समृद्ध भारतीयों की संख्या बढ़ने के साथ ही, लाइफस्टाइल से जुड़ी खामियों से होने वाली बीमारियों की संख्या भी देश में बढ़ रही है। यहां अपोलो हॉस्पिटल्स को फायदा हो सकता है, जिसके पास एक मजबूत ब्रांड है। करीब 13,200 प्रैक्टिसिंग डॉक्टर हैं। इसका प्रति ऑक्यूपेड बेड का रेवेन्यू भी इंडस्ट्री में सबसे अधिक है। इसके अलावा अपोलो ने क्लीनिक और फार्मेसी पर भी अपना फोकस बढ़ाया है, जो समृद्ध भारतीयों का ध्यान खीचेंगे। हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर बढ़ती जागरुकता का भी इस ब्रांड को काफी फायदा रहा है क्योंकि इंश्योरेंस कवर लोग अधिक संख्या में बड़े अस्पतालों का रुख करना पसंद करेंगे।
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3. फोनिक्स मिल्स (Phoenix Mills)
इस कंपनी के पास देश के कई शहरों में बड़े शॉपिल मॉल है। गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि वित्त वर्ष 2023 से 2027 बीच इसके मॉल पोर्टफोलियो का ऑपरेटिंग प्रॉफिट ग्रोथ करीब 25 फीसदी रहने का अनुमान है। कंपनी को अपने पुराने मॉल से टैक्स के बाद 15% का रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड मिल रहा है, जो इसे नए मॉल में पैसा लगाने के लिए पर्याप्त कैश मुहैया करा रहा है। लोगों की खर्च क्षमता बढ़ने के साथ इस स्टॉक्स को काफी फायदा मिलने की उम्मीद है।
4. मेकमायट्रिप (Makemytrip)
वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2027 के दौरान देश की ट्रैवल इंडस्ट्री के 13 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। वहीं ऑनलाइन ट्रैवल इंडस्ट्री में यह ग्रोथ अनुमान 15 फीसदी का है। गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि मेकमायट्रिप देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल प्लेटफॉर्म है। इसके पास करीब 50 फीसदी मार्केट शेयर है। ऐसे में ऑनलाइन होटल और फ्लाइट बुकिंग की बढ़ती संख्या का सबसे अधिक फायदा इस कंपनी को मिल सकता है। वित्त वर्ष 2024 से 2027 के बीच इसके रेवेन्यू के सालाना 20 फीसदी और ऑपरेटिंग प्रॉफिट के सालाना 35 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
5. जोमैटो (Zomato)
कमाई बढ़ने के साथ लोगों की ऑनलाइन ग्रॉसरी और खाना मंगाने की आदत भी बढ़ रही है। हर महीने करीब 2.5 से 3 करोड़ लोग ऑनलाइन खाना या ग्रॉसरी ऑर्डर कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है। ऐसे में जोमैटो का इसका काफी लाभ हो सकता है, जिसके पास ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट भी है। गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि ऑनलाइन फूड और ग्रॉसरी इंडस्ट्री के ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू में आने वाले दिनों में 20 से 35 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिल सकती है।
6 & 7. देवयानी इंटरनेशनल और सैफायर फूड्स (Devyani and Sapphire)
इन दोनों कंपनियों का नाम इसलिए एक साथ लिया गया है, क्योंकि इनका बिजनेस लगभग एक जैसा है। दोनों ही कंपनियों के पास भारत के अलग-अलग हिस्सों में केएफसी की फ्रेंचाइजी है, जिसे यूथ काफी पंसद करता है। गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि केएफसी के पास भारत में ग्रोथ की काफी संभावनाएं है। इसी के चलते वह इन दोनों कंपनियों पर बुलिश है।
8. आयशर मोटर्स (Eicher Motors)
रॉयल एनफील्ड बाइक यहीं कंपनी बनाती है। बाइक के शौकीनों के लिए यह मोटरसाइकल खरीदना एक तरह से सपना होता है। रॉयल एनफील्ड के बाइक की औसत कीमत बाकी कंपनियों के मोटरसाइकल के मुकाबले करीब 3 गुना होती है। 300 से अधिक सीसी वाले बाइक सेगमेंट में इसका दबदबा है। इसके अलावा इस सेगमेंट की मार्केट ग्रोथ भी अच्छी है, जो रॉयल एनफील्ड के पक्ष में जाता है। कमाई बढ़ने के साथ आने वाले दिनों में अधिक लोग इस बाइक को खरीदना पसंद कर सकते हैं।
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