ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) नए राउंड की फंडिंग के जरिये 1 अरब डॉलर जुटाने की तैयारी में है। सूत्रों ने मनीकंट्रोल (Moneycontrol) को बताया कि कुल 1 अरब डॉलर के फंडिंग प्लान के तहत वॉलमार्ट पहले ही 60 करोड़ डॉलर निवेश कर चुकी है। अन्य स्टेकहोल्डर्स और कुछ एक्सटर्नल इनवेस्टर्स के जरिये 40 करोड़ डॉलर की बाकी रकम जुटाई जाएगी।
फ्लिपकार्ट इस रकम का इस्तेमाल अपने ऑपेरशन के विस्तार, सप्लाई चेन को मजबूत करने और अपनी तकनीकी क्षमता को बढ़ाने में करेगी। सूत्रों ने बताया कि निश्चित तौर पर यह IPO से पहले के दौर की फंडिंग नहीं है और अगले साल फंडिंग का एक दौर देखने को मिल सकता है। फ्लिपकार्ट ने इस सिलसिले में मनीकंट्रोल की ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया।
फंडिंग के मौजूदा राउंड में फ्लिपकार्ट की वैल्यूएशन अपने पिछले वैल्यूएशन से 5-10 पर्सेंट प्रीमियम पर है। पिछली बार फोनपे (PhonePe) से अलग फ्लिपकार्ट की वैल्यूएशन 33 अरब डॉलर थी। मनीकंट्रोल (Moneycontrol) ने कुछ महीने पहले खबर दी थी कि कंपनी के शुरुआती इनवेस्टर्स एक्सेल (अमेरिका और भारत), टाइगर ग्लोबल, फ्रैंकलिन टेंपल्टन ने फ्लिपकार्ट के अपने सभी शेयर वॉलमार्ट को बेच दिए हैं।
वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट में 16 अरब डॉलर में 77 पर्सेंट हिस्सेदारी खरीदी थी और ट्रैक्सन डेटा के मुताबिक, उसकी होल्डिंग बढ़कर 80.5 पर्सेंट हो चुकी है। इस ट्रांजैक्शन के बाद फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल कंपनी से अलग हो गए थे। हाल में उन्होंने अपनी बाकी हिस्सेदारी भी बेच दी है। बिन्नी बंसल को फ्लिपकार्ट की अपनी हिस्सेदारी की बिक्री से 1-1.5 अरब डॉलर मिल थे।