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सर्वाधिक क़ीमती लक्ष्य – ‘शान्ति’ के लिए यूएन प्रार्थना में, धार्मिक हस्तियों की शिरकत

सर्वाधिक क़ीमती लक्ष्य – ‘शान्ति’ के लिए यूएन प्रार्थना में, धार्मिक हस्तियों की शिरकत

यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने इस अवसर पर ध्यान दिलाया कि ये सभा एक बहुत ख़ास लम्हे में आयोजित हो रही है: रमदान के अन्तिम शुक्रवार, इसी समय ईसाई जन ईस्टर मनाते हैं, यहूदी पासओवर मनाते हैं, और सिख जन वैसाख़ी का जश्न मनाते हैं.

उन्होंने कहा, “कैलेंडर भी एकता का सन्देश दे रहा है.”

“आज विभिन्न धर्मों में नवीनीकरण के इस धन्य क्षण में, आइए हम शान्ति के लिए अपने दिल और आवाज़ें बुलन्द करें – जोकि हमारा दिग्दर्शक नक्षत्र और हमारा सर्वाधिक क़ीमती लक्ष्य है.”

अभूतपूर्व लम्हा

एंतोनियो गुटेरेश ने कहा कि आज शान्ति की ज़रूरत, अतीत के किसी भी समय से कहीं ज़्यादा है, क्योंकि युद्ध और संघर्ष ने विनाशाकरी निर्धनता और भुखमरी को जन्म दिया है, जिससे करोड़ों लोगों को बेघर किया है.

उन्होंने कहा, “समूचा ग्रह जलवायु उथल-पुथल से युद्धरत है, और यहाँ तक कि शान्तिपूर्ण देश भी बड़ी खाइयों वाली विषमताओं और राजनैतिक ध्रवीकरण का सामना कर रहे हैं.”

यूएन प्रमुख ने कहा, “आइए, हम उस साझा आस्था से मज़बूती से जुड़े रहें जो मानव परिवार को एकता के धागे में पिरोती है.”

“आइए, हम समुदायों और देशों के रूप में एक साथ आएँ. आइए, हम शान्ति के लिए प्रार्थना करें.”

विभिन्न धर्मों का संगम

ये समारोह यूएन सचिवालय के दर्शक परिसर में, प्रतिष्ठित Knotted Gun मूर्तिकला के सामने आयोजित किया गया, जो वैश्विक शान्ति के लिए इस संगठन की प्रतिबद्धता की प्रतीक बन चुकी है.

इस समारोह में शिरकत करने वालों में यूएन स्टाफ़, राजनयिक समुदाय के सदस्य और संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के दर्शकों के अलावा अन्य लोग शामिल थे.

प्रमुख धर्मों के प्रतिनिधियों ने प्रार्थनाओं की अगुवाई की, और धर्म निर्पेक्षता की पृष्ठभूमि वाले लोगों को शामिल करने और दुनिया भर में युद्धों से प्रभावित निर्बल परिस्थितियों वाले लोगों की याद में, कुछ क्षणों का मौन भी रखा गया.

सदभाव के साथ रहना

सभ्यताओं के लिए यूएन गठबन्धन (UNAOC), के उच्च प्रतिनिधि मिगुएल ऐंजेल मोरातिनॉस ने समापन टिप्पणी में, इस समारोह को सदभाव का एक सुन्दर क्षण परिभाषित किया, विशेष रूप से आज के कठिन समय में, जो तमाम मानवता को चुनौती दे रहा है.

उन्होंने कहा कि ये गठबन्धन विभिन्न संस्कृतियों के बीच समझ और सहयोग को बढ़ावा देता है.

उच्च प्रतिनिधि मिगुएल ऐंजेल मोरातिनॉस ने ऐसे प्रयासों को लगातार समर्थन को रेखांकित किया जो समझदारी के पुल बनाएँ, ना कि नफ़रत और विभाजनों की दीवारें खड़ी करें.

एकता शक्ति का जश्न मनाएँ

इस समारोह में एक सिख प्रतिनिधि और एक ग़ैर-सरकारी अन्तरराष्ट्रीय संगठन – ऐस्पेन संस्थान में, धर्म व समाज कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर सिमरन जीत सिंह का कहना था कि विभिन्न धर्मों के लोग शान्ति की ख़ातिर इकट्टा हुए, ये तथ्य, मानवता के लिए एक शक्तिशाली सीख देता है.

उन्होंने कहा, “अक्सर हमारे समाज में, हम धर्म का प्रयोग एक दूसरे को निजी स्तर पर और समुदायों के स्तर पर बाँटने के लिए करते हैं, और हम पूरी दुनिया में उसकी तकलीफ़ महसूस करते हैं.”

डॉक्टर सिमरन जीत सिंह ने कहा, “छुट्टियों के दौरान इस तरह एकत्र होने के विचार में मुझे जो पसन्द है वो है कि इतने सारे समुदाय जश्न मना रहे हैं; उनमें हमारी साझा ख़ूबियों की झलक नज़र आती है और उस सबकी भी, जो हमें एकजुट बनाता है.”

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