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2025 एजेंडा: ‘हम अवसरों को हाथों से फिसलने नहीं दे सकते’, फ़िलेमॉन यैंग

2025 एजेंडा: ‘हम अवसरों को हाथों से फिसलने नहीं दे सकते’, फ़िलेमॉन यैंग

उन्होंने, ‘विविधता में एकता’ विषय के अन्तर्गत वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और ठोस प्रगति करने के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर ज़ोर दिया.

फ़िलेमॉन यैंग ने, यूएन महासभा के 79वें सत्र को सौंपे गए शासनादेशों पर प्रकाश डालते हुए, ‘युवाओं के लिए विश्व कार्रवाई कार्यक्रम’ की 30वीं वर्षगांठ मनाने के लिए उच्च स्तरीय बैठक और ‘विकास के लिए विश्व सामाजिक शिखर सम्मेलन’ सहित महत्वपूर्ण घटनाओं को रेखांकित किया.

उन्होंने इन महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर मन्थन करते हुए कहा, “ये शासनादेश हमारी दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के हमारे प्रयासों का एक अभिन्न अंग हैं.”

जुलाई (2025) में स्पेन में होने वाले ‘विकास के लिए वित्तपोषण’ पर चौथे अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन को “सतत विकास लक्ष्यों (SDG) के वित्तपोषण की तात्कालिकता को बढ़ाने के लिए” “महत्वपूर्ण” क़रार दिया गया है.

संस्कृति और सतत विकास पर उच्च-स्तरीय संवादात्मक वार्ता, और रेत व धूल के तूफ़ानों पर उच्च-स्तरीय बैठक, परिवर्तन के लिए गति बनाने के लिए दो और महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करते हैं.

मानव अधिकारों और समानता की हिमायत

महासभा अध्यक्ष ने मानवाधिकारों और समानता के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा, “हमारे काम के दौरान, हमें यह याद रखना होगा कि हमारा मिशन किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना है.”

उन्होंने अफ़्रीकी मूल के लोगों के लिए दूसरे अन्तरराष्ट्रीय दशक की घोषणा पर प्रकाश डाला और साथ ही, नेलसन मंडेला नियमों की 10वीं वर्षगाँठ के अवसर पर, बुज़ुर्ग व्यक्तियों के अधिकारों को आगे बढ़ाने और वैश्विक जेल सुधारों पर ध्यान देने की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला ताकि, “क़ैदियों के साथ मानवीय व्यवहार सुनिश्चित किया जा सके.”

इस प्रवाह में महासभा, वर्ष 2025 में तीसरी बार नेलसन मंडेला पुरस्कार प्रदान करने वाली है. मानवता की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले दो उत्कृष्ट व्यक्तियों को हर पाँच साल में दिया जाने वाला यह पुरस्कार, संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों और सिद्धान्तों द्वारा निर्देशित मूल्यों को बढ़ावा देता है.

फ़िलेमॉन यैंग ने लैंगिक समानता के लिए चल रही जद्दोजेहद को स्वीकार करते हुए, लिंग-आधारित हिंसा के ख़िलाफ़ 16 दिनों की सक्रियता में भागीदारी का आहवान भी किया.

उन्होंने पुष्टि करने के अन्दाज़ में कहा कि वे “रोकथाम और जवाबदेही दोनों के लिए” प्रयास करेंगे और उन्होंने “महासभा अध्यक्ष पद के सभी पहलुओं में लैंगिक समानता व महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने” की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की.

सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1325 की 25वीं वर्षगाँठ भी, शान्ति और सुरक्षा में महिलाओं की भूमिका को आगे बढ़ाने में स्थाई चुनौतियों से निपटने के अवसर के रूप में भी काम करेगी.

जलवायु कार्रवाई और प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाना

फ़िलेमॉन यैंग ने सतत विकास और डिजिटल परिवर्तन के महत्व को भी रेखांकित किया. जून में होने वाला तीसरा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन “नीली अर्थव्यवस्थाओं” का समर्थन करने और एसडीजी 14 पर प्रगति को तेज़ करने पर ध्यान केन्द्रित करेगा, जिसका उद्देश्य महासागरों, समुद्रों और समुद्री संसाधनों के सतत उपयोग को संरक्षित और विकसित करना है.

इस बीच, ‘सूचना समाज पर विश्व शिखर सम्मेलन’ डिजिटल विभाजन पर ध्यान केन्द्रित करेगा, जिसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) एक स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय वैज्ञानिक पैनल की स्थापना से मज़बूती मिलेगी.

इस पैनल का उद्देश्य “एक विश्वसनीय वैज्ञानिक ज्ञान आधार का निर्माण करना, डिजिटल विभाजन को मज़बूती से समाप्त करना” और “सभी के लिए एक स्वतंत्र, मुक्त व सुरक्षित डिजिटल भविष्य बनाना” है.

नक़दी संकट समाप्त होना चाहिए

महासभा अध्यक्ष ने सदस्य देशों से संयुक्त राष्ट्र के लगातार जारी नक़दी संकट को हल किए जाने का आहवान किया, और आगाह किया कि सदस्य देशों द्वारा रक़म अदा करने में देरी और निर्धारित रक़म योगदान को रोके रखने से, “संयुक्त राष्ट्र में विश्वास का संकट” पैदा हो सकता है.

उन्होंने जोखिमों पर ज़ोर देते हुए कहा: “इसलिए, संयुक्त राष्ट्र को धन मुहैया कराने के मुद्दे को कभी भी राजनैतिक समस्याओं के समाधान के अधीन नहीं रखा जाना चाहिए. यह ज़रूरत की स्थिति से उलट है. हमें अपनी समस्याओं से निपटने के लिए, अपने संगठन के लिए धन प्रवाह जारी रखना होगा.”

यूएन महासभा अध्यक्ष ने, एकता का आहवान करते हुए, ज़ोर देकर कहा कि “हमारी सभी प्राथमिकताओं की तरह, हमें हमारे कार्यों से मापा जाएगा. हम अकेले सफल नहीं हो सकते. हम आप सदस्य देशों पर भरोसा करते हैं.”

संयुक्त राष्ट्र चार्टर के 80 वर्ष

संयुक्त राष्ट्र चार्टर की 80वीं वर्षगाँठ के अवसर पर, 26 जून को यूएन महासभा की एक स्मारक बैठक आयोजित की जाएगी.

फ़िलेमॉन यैंग ने, इसके ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “हमें इस सैन फ्रांसिस्को भावना को पुनर्जीवित करना होगा. वह शक्तिशाली भावना हम सभी का मार्गदर्शन करती रहेगी.”

इस महत्वपूर्ण पड़ाव का जश्न मनाने के लिए सितम्बर में, सम्भावित यूएन80 शिखर सम्मेलन आयोजित किए जाने के लिए भी विचार-विमर्श चल रहा है.

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