यूएन मौसम विज्ञान एजेंसी की प्रवक्ता क्लेयर नुलिस ने बताया कि 2024 के दौरान, भूमि व समुद्री सतह पर और महासागरों का तापमान भी असाधारण रूप से अधिक दर्ज किया गया.
इसके साथ ही, दुनिया भर में अनेक देश चरम मौसम घटनाओं से प्रभावित हुए, और ज़िन्दगियों, आजीविकाओं, उम्मीदों और सपनों को नुक़सान पहुँचा.
WMO प्रवक्ता नुलिस ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के अनेक प्रभावों की वजह से समुद्र में जमे हुए पाने के हिमनदों का आकार घटा. “यह एक असाधारण वर्ष था.”
विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने अपने विश्लेषण के लिए छह अन्तरराष्ट्रीय डेटासेट का अध्ययन किया जिनमें से चार में पिछले वर्ष वैश्विक औसत तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने की बात कही गई.
जलवायु समझौते पर दबाव
1.5℃ की दहलीज अहम है चूँकि वर्ष 2015 के पैरिस समझौते में वैश्विक तापमान में वृद्धि को पूर्व औद्योगिक काल की तुलना में 2℃ से नीचे रखने और 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने का लक्ष्य है.
यूएन एजेंसी के अनुसार, पैरिस समझौता अभी ख़त्म नहीं हो गया है, मगर इस पर गम्भीर ख़तरा है. इसके तहत, तापमान में दीर्घकालिक वृद्धि के रुझान को वर्षों के बजाय दशकों में मापा जाता है.
WMO की महासचिव सेलेस्त साउलो ने कहा कि जलवायु इतिहास हमारी आँखों के सामने घटित हो रहा है. हमने एक या दो रिकॉर्ड ध्वस्त करने वाले साल नहीं देखे हैं, बल्कि सिलसिलेवार ढंग से 10 साल ऐसे गुज़रे हैं.
उन्होंने कहा कि यह समझना अहम है कि तापमान बढ़ने की डिग्री का हर एक अंश मायने रखता है, चूँकि वैश्विक तापमान में मामूली वृद्धि से भी हमारे जीवन, अर्थव्यवस्था और पृथ्वी पर असर होता है.
कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में आग
संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया प्रान्त के जंगलों और शहरी इलाक़ों में धधकी आग से अभूतपूर्व बर्बादी हुई है.
यूएन विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी घटनाएँ और गम्भीर रूप धारण कर लेती हैं, चूँकि साल में शुष्क, गर्म, तेज़ हवाओं वाले दिन बढ़ जाते हैं. 2024 के साथ ही रिकॉर्ड ध्वस्त कर देने वाले तापमान के साथ, सिलसिलेवार वर्षों का एक दशक पूरा हुआ है.
यूएन महासचिव ने WMO के निष्कर्षों पर चिन्ता जताई है और इसे वैश्विक तापमान में वृद्धि का एक और साक्ष्य बताया है.
उन्होंने सभी देशों से राष्ट्रीय जलवायु कार्रवाई योजनाओं को महत्वाकाँक्षी बनाने का आहवान किया है, ताकि तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखा जा सके और निर्बल समुदायो को विनाशकारी जलवायु प्रभावों से बचाया जा सके.
यूएन प्रमुख ने गुरूवार को लॉस एंजिलिस शहर में धधक रही आग की लपटों और उससे हुई भीषण बर्बादी पर गहरा दुख व्यक्त किया. जंगलों में लगी भयानक आग के तेज़ी से शहरी इलाक़ों में फैल जाने से अब तक कम से कम पाँच लोगों की जान जा चुकी है और एक लाख से अधिक विस्थापित हुए हैं.
इस आग में अब तक हज़ारों एकड़ भूमि जल चुकी है, बड़ी संख्या में घर ध्वस्त हुए हैं और अग्निशमनकर्मी इन लपटों पर क़ाबू पाने और फिर से आग लगने की घटनाओं को रोकने में जुटे हुए हैं.