समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने एक बार फिर हिंदू धर्म पर विवादित बयान दे डाला। इस बार उन्होंने कहा, ‘हिंदू एक धर्म नहीं धोखा है या कुछ लोगों के लिए धंधा है।’ उन्होंने अपने तर्क के समर्थन में सुप्रीम कोर्ट (SC), राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बयानों का हवाला दिया। हालांकि, समाजवादी पार्टी ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया है।
उन्होंने सोमवार को नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक कार्यक्रम में कहा, “हिंदू एक धोखा है…RSS प्रमुख मोहन भागवत दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीने का एक तरीका है। प्रधानमंत्री मोदी भी कह चुके हैं कि कोई हिंदू धर्म नहीं है। जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं, तो भावनाएं आहत नहीं होतीं, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य भी यही कहें, तो भावनाएं आहत होती हैं।
#WATCH | Delhi: Samajwadi Party leader Swami Prasad Maurya says, “Hindu ek dhokha hai…RSS Chief Mohan Bhagwat has said twice that there is no religion called Hindu but instead, it is a way of living. Prime Minister Modi has also said that there is no Hindu religion…Sentiments… pic.twitter.com/1qnULH1rqt
— ANI (@ANI) December 26, 2023
जंतर-मंतर पर आयोजित बहुजन समाज अधिकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए मौर्य ने कहा कि केवल आठ फीसदी लोग अपने दम पर सरकार नहीं बना सकते। उन्होंने कहा, दलित और ओबीसी लोग वोट के लिए हिंदू बन जाते हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद वे हिंदू नहीं रह जाते।
उन्होंने कहा, “अगर ये लोग सत्ता में आने के बाद हमें हिंदू मानते, तो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के लोगों का आरक्षण खत्म नहीं करते। इसका मतलब है कि हिंदू एक धोखा है।”
हालांकि, मौर्य की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, मैनपुरी की सांसद और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने कहा कि उनकी पार्टी उनके बयानों का समर्थन नहीं करती है।