विश्व

हल्के हथियारों के प्रसार को सीमित करने के लिए सिफ़ारिशों का स्वागत

ये सिफ़ारिशें, इस विषय पर शनिवार को सम्पन्न हुए एक सम्मेलन में, पारित किए गए एक “शक्तिशाली निष्कर्ष दस्तावेज़” में पेश की गई हैं. महासचिव ने इन सिफ़ारिशों को एक महत्वपूर्ण प्रगति क़रार दिया है.

यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने, सप्ताहान्त के दौरान अपने प्रवक्ता के ज़रिए जारी किए गए एक वक्तव्य में कहा, “छोटे शस्त्रों और हल्के हथियारों के प्रसार और उनके दुरुपयोग ने दुनिया भर में शान्ति, सुरक्षा और टिकाऊ विकास को कमज़ोर करना जारी रखा हुआ है – जिससे टकरावों और सशस्त्र हिंसा को ईंधन मिल रहा है और विनाशकारी मानवीय नुक़सान हो रहा है.”

यूएन महासचिव ने, इस विषय पर चौथे समीक्षा सम्मेलन के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर, सदस्य देशों को बधाई दी है. एंतोनियो गुटेरेश ने साथ ही, छोटे शस्त्रों और हल्के हथियारों के निर्माण, उनकी टैक्नॉलॉजी और आकार के विकास का मुक़ाबला करने के लिए, एक तकनीकी समूह के गठन का भी स्वागत किया है.

सहयोग की मज़बूती

यूएन प्रमुख ने, इस मोर्चे पर अन्तरराष्ट्रीय सहयोग को मज़बूत करने और लैंगिक संवेदनशील नीतियों को लागू करने के लिए, देशों द्वारा व्यक्त किए गए संकल्पों को भी रेखांकित किया है.

वक्तव्य में कहा गया है कि एंतोनियो गुटेरेश, “का यह पक्का विश्वास है कि इस सम्मेलन में जो प्रगति की गई है… उससे अवैध छोटे शस्त्रों और हल्के हथियारों के प्रसार पर क़ाबू पाने में, हमारे सामूहिक और राष्ट्रीय प्रयासों को मज़बूत करने में मदद मिलेगी…”

इस विषय पर अगला समीक्षा सम्मेलन, वर्ष 2030 में प्रस्तावित है.

यूएन प्रमुख नवे कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि छोटे शस्त्रों के प्रसार पर क़ाबू पाने के सम्बन्ध में किए गए संकल्पों से, सितम्बर (2024) में होने वाले भविष्य के सम्मेलन में होने वाली चर्चा में मदद मिलेगी. इसका लक्ष्य एक अधिक शान्तिपूर्ण भविष्य के लिए, भविष्योन्मुखी और कार्रवाई केन्द्रित समाधानों की तलाश करना है.

हिंसक मौतों का प्रमुख कारण

संयुक्त राष्ट्र के आँकड़ों के अनुसार, छोटे शस्त्र, हिंसक मौतों का प्रमुख कारण हैं, और दुनिया भर में हर साल जितने लोगों की मौतें होती हैं, उनमें से लगभग आधी संख्या के लिए, छोटे शस्त्रों का प्रयोग ही ज़िम्मेदार है.

छोटे शस्त्रों के निर्माण, प्रौद्योगिकी और आकार में नई प्रगति के कारण हल्के हथियारों का अवैध प्रसार तेज़ी से बढ़ रहा है. इनमें 3D प्रिंटिंग का विकास भी शामिल है.

यूएन महासचिव के, शान्ति के लिए नवीन एजेंडा नीति पत्र में टकरावों की रोकथाम और शान्ति निर्माण में, छोटे शस्त्रों पर नियंत्रण की महत्ता को पहचान दी गई है.

इसमें छोटे शस्त्रों और हल्के हथियारों की आपूर्ति और मांग दोनों को ही नियंत्रित करने के लिए, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और वैश्विक प्रयासों को मज़बूत करने की सिफ़ारिशें की गई हैं.

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