नई दिल्ली: लोकसभा चुनावों का एलन हो चुका है। चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून तक चलेंगे। 4 जून को मतगणना होगी और उसी दिन परिणाम आ जायेगा। चुनावों से पहले दिल्ली में इंडिया गठबंधन के दलों की एक बैठक हुई। यह बैठ चुनावी रणनीति को लेकर की गई थी। इस बैठक के बाद कांग्रेस ने रविवार को कहा कि वह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के नहीं बल्कि उनमें हेरफेर के खिलाफ है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी ने मतदान प्रणाली की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए वीवीपैट पर्चियों की 100 प्रतिशत गिनती की मांग करती है। पार्टी मतपत्रों के फिर से इस्तेमाल की मांग नहीं कर रही है, बल्कि ‘वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट’ (वीवीपैट) पर्चियों की 100 प्रतिशत गिनती चाहती है ताकि मतदाताओं का विश्वास बहाल हो सके।
हम EVM के खिलाफ नहीं- जयराम रमेश
जयराम रमेश ने कहा, ‘‘19 दिसंबर 2023 को आयोजित ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक के दौरान, सभी दलों ने यह कहा कि हम ईवीएम के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि इसमें हेरफेर के खिलाफ हैं। हम मतपत्रों पर वापस जाने के लिए नहीं कह रहे हैं, हम सिर्फ वीवीपैट की 100 प्रतिशत गिनती और मिलान का अनुरोध करते हैं।’’ उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल 100 प्रतिशत वीवीपैट की गिनती को लेकर अपनी बात रखने के लिए निर्वाचन आयोग से समय मांग रहे हैं, लेकिन आयोग उन्हें समय नहीं दे रहा है।
निर्वाचन आयोग की मंशा पर भी सवाल
वहीं निर्वाचन आयोग की मंशा पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम निर्वाचन आयोग के सामने अपने दावों के समर्थन में अपने दस्तावेज पेश करेंगे और अपनी मांग रखेंगे। हम स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं। आयोग क्यों डर रहा है, और वह इस संबंध में हमसे मुलाकात भी नहीं कर रहा है।’’ वहीं इससे पहले शनिवार को चुनाव कार्यक्रम के ऐलान के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भी विपक्षी दलों के इन्हीं आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त से सवाल पूछे गए थे। इसके जवाब में राजीव कुमार ने कहा था कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं है।
राहुल गांधी का पीएम मोदी पर तीखा हमला
वहीं मुंबई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी 56 इंच की छाती वाले व्यक्ति नहीं बल्कि खोखले व्यक्ति हैं। कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर तीखा हमले बोलते हुए कहा कि राजा की आत्मा ईवीएम, ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी संस्थाओं में बसती है। इन एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करके विपक्ष के नेताओं को डराया जा रहा है। उन्हें धमकी दी जा रही है कि या तो हमारे साथ आ जाओ, वरना जेल जाने के लिए तैयार रहो।