सोने (Gold Price) की कीमत पहली बार 2,200 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गई। इसकी वजह अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) के संकेत हैं। फेड ने साफ कर दिया है कि हाल में इनफ्लेशन बढ़ने का मॉनेटरी पॉलिसी पर असर नहीं पड़ेगा। उसने इस साल इंटरेस्ट रेट में तीन बार कटौती करने के संकेत दिए हैं। इसका असर सोने पर देखने को मिला। 21 मार्च को सोने की कीमत ने उंचाई का नया रिकॉर्ड बना दिया। सोने में फरवरी के मध्य से ही तेजी जारी है। जियोपॉलिटिकल रिस्क बढ़ने और केंद्रीय बैंकों के सोना खरीदने से इसकी कीमतें बढ़ रही हैं। 21 मार्च को सिंगापुर में स्पॉट गोल्ड 0.7 फीसदी बढ़कर 2,201.94 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया।
इंटरेस्ट रेट घटने की उम्मीद से बढ़ी सोने की चमक
पहले से यह माना जा रहा था कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में नरमी लाएगा। 20 मार्च को इसकी पुष्टि हो गई। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने FOMC की बैठक के बाद उसके नतीजों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक इस बारे में और सबूत चाहेगा कि चीजों की कीमतों में गिरावट आ रही है। हमें कीमतों के नीचे आने का भरोसा है, जिससे इंटरेस्ट रेट में कमी की जाएगी।
गोल्ड में बनी तेजी की पॉजिशन
पेपरस्टोन ग्रुप के रिसर्च हेड क्रिस वेस्टन ने कहा, “पिछली रात हमने गोल्ड ट्रेडर्स के लिए पॉजिटिव संकेत देखे। फेड ने इस बात का संकेत दे दिया है कि अब इनफ्लेशन को लेकर चिंता नहीं रह गई है।” पहले से फेड के इंटरेस्ट रेट घटाने को लेकर अटकले लगाई जा रही थीं। पिछले हफ्ते ट्रेडर्स ने गोल्ड में अपनी लॉन्ग पॉजिशन बढ़ाई थी। यह 2019 के बाद सबसे हाई लेवल पर पहुंच गया था। फेड जब इंटरेस्ट रेट घटा देगा तब भी उसका असर गोल्ड पर दिखेगा।
जियोपॉलिटिकल रिस्क बढ़ने से सोने को सपोर्ट
जियोपॉलिटिकल मोर्चे पर ऐसे कई रिस्क दिख रहे हैं, जिनके चलते गोल्ड की चमक बढ़ सकती है। यूक्रेन के खिलाफ चल रही लड़ाई में रूस मजबूत स्थिति में दिख रहा है। इजराइल और हमास के बीच टकराव जारी है। इससे माल ढोने वाले समुद्री जहाजों के रूट बदलने पड़ रहे हैं। इस साल के आखिर में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। इसके नतीजों का बड़ा असर मार्केट पर पड़ेगा।
चीन में बढ़ी सोने की खरीदारी
उधर, चीन में केंद्रीय बैंक के अलावा आम लोग सोना खरीद रहे हैं। इसका असर भी सोने की कीमतों पर पड़ रहा है। करीब एक साल तक प्रॉपर्टी मार्केट में गिरावट के बाद लोगों का भरोसा सोने पर बढ़ा है। वे अपनी संपत्ति की सुरक्षा के लिए गोल्ड कॉइन, गोल्ड बार और ज्वेलरी खरीद रहे हैं।