निरस्त्रीकरण मामलों के लिए यूएन की उच्च प्रतिनिधि इज़ूमी नाकामित्सू ने ध्यान दिलाया कि दो सप्ताह पहले ही, हथियारों के हस्तांतरण के मुद्दे पर परिषद की एक बैठक हुई थी.
इसके बाद भी, यूक्रेनी सुरक्षा बलों के लिए सैन्य सहायता, हथियारों व आयुध सामग्री का हस्तांतरण जारी है. वर्ष 2022 में रूसी महासंघ ने यूक्रेन पर पूर्ण रूप से आक्रमण किया था, जिसे यूएन चार्टर और अन्तरराष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन माना गया है.
उच्च प्रतिनिधि ने कहा कि हथियारों या आयुध सामग्री का कोई भी हस्तांतरण, उसके प्रासंगिक अन्तरराष्ट्रीय क़ानूनी फ़्रेमवर्क के अनुरूप होना चाहिए. इनमें सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव भी हैं, जिनमें अक्सर ऐसी हस्तांतरण गतिविधियों पर पाबन्दियाँ लगा दी जाती हैं.
बताया गया है कि यूक्रेन के लिए भेजी जा रही हथियारों की खेप में, टैंक, बख़्तरबन्द वाहन, विमान व हेलीकॉप्टर, बड़ी क्षमता वाली गोलाबारी व मिसाइल प्रणाली, चालकरहित विमान समेत छोटे हथियार और असलहा समेत अन्य सामग्री शामिल हैं.
इज़ूमी नाकामित्सू ने ख़बरों का हवाला देते हुए कहा कि कुछ देश, बैलेस्टिक मिसाइल, चालकरहित विमान समेत आयुध सामग्री रूसी सैन्य बलों को भेजने की योजना पर काम कर रहे हैं, जबकि इन हथियारों का यूक्रेन में इस्तेमाल किए जाने की आशंका है और ऐसा पहले भी हो चुका है.
वैश्विक हथियार सन्धियों पर बल
उच्च प्रतिनिधि ने 15 सदस्य देशों वाली सुरक्षा परिषद में सुरक्षा की दृष्टि से मौजूदा चुनौतीपूर्ण हालात में, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून की अहमियत को रेखांकित किया.
यूएन की वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सदस्य देशों को निरस्त्रीकरण सन्धियों के तहत तयशुदा दायित्वों का निर्वहन करना होगा, विशेष रूप से क्लस्टर बमों व गोला बारूद, बारूदी सुरंगों और कुछ ख़ास प्रकार के पारम्परिक हथियारों के इस्तेमाल में, जैसेकि आग की लपटे फेंकने वाले हथियारों, अन्धा बना देने वाली लेज़र समेत अन्य हथियार..
क्लस्टर बम और युद्धक सामग्री बड़ी संख्या में छोटे-छोटे बमों व गोला-बारूद को मिलाकर बनाई जाती है, जिनसे बड़े पैमाने पर जनहानि होती है.
उच्च प्रतिनिधि नाकामित्सू के अनुसार, इन निरस्त्रीकरण सन्धियों का सभी सदस्य देशों को हिस्सा बनना होगा, और अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के तहत तयशुदा दायित्वों के अनुरूप इन्हें पूर्ण रूप से लागू किया जाना होगा.
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हथियारों का आयात, निर्यात, उत्पादन या उन्हें लाने-ले जाने वाले देशों को हर क़दम पर ज़िम्मेदारी भरे क़दम उठाने होंगे, ताकि उन्हें रास्ते से कहीं और भेजे जाने, अवैध तस्करी या ग़लत इस्तेमाल किए जाने पर रोक लगाई जा सके.
बढ़ता मृतक आँकड़ा
24 फ़रवरी 2022 को यूक्रेन पर रूसी सैन्य बलों के आक्रमण के बाद से अब तक, 11,700 से अधिक लोगों की जान गई है और 24 हज़ार से अधिक यूक्रेनी नागरिक घायल हुए हैं.
यूएन मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने बताया है कि 2024 में किसी एक महीने में हताहतों की संख्या की दृष्टि से जुलाई के बाद अगस्त दूसरे स्थान पर है.
इस महीने 184 आम नागरिकों की जान गई और 856 घायल हुए.
रूस द्वारा हथियारों से लैस, चालकरहित विमान व मिसाइल इस्तेमाल किए जाने से यूक्रेन में आम लोग हताहत हो रहे हैं और बुनियादी ढाँचे को क्षति पहुँच रही है.
वहीं, यूक्रेन द्वारा सीमा-पार से रूस के भीतर मिसाइल व चालकरहित विमानों द्वारा हमले किए जाने की भी ख़बरें हैं. ऐसी कुछ घटनाओं में आम लोग हताहत हुए हैं और नागरिक प्रतिष्ठानों को क्षति पहुँची है.