विश्व

सीरिया: ‘तानाशाही’ के पतन के बाद, सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा का आग्रह

सीरिया: ‘तानाशाही’ के पतन के बाद, सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा का आग्रह

रविवार तड़के विद्रोही लड़ाकों द्वारा राजधानी दमिश्क पर अपना नियंत्रण स्थापित किए जाने और राष्ट्रपति बशर अल-असद के देश छोड़कर जाने की ख़बरों के बीच, यूएन महासचिव ने अपने वक्तव्य में यह बात कही है.

इससे पहले, पिछले कुछ दिनों में पश्चिमोत्तर सीरिया में सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबन्धित आतंकी गुट हयात तहरीर अल-शाम समेत अन्य हथियारबन्द गुटों ने सीरियाई सरकार के नियंत्रण वाले अलेप्पो, होम्स, हमा शहरों पर अचानक बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए और एक के बाद दूसरे शहर को अपने क़ब्ज़े में ले लिया था.

महासचिव गुटेरेश ने ज़ोर देकर कहा कि इस सम्वेनशील समय में संयम बरतना होगा, हिंसा से बचा जाना होगा.

उन्होंने ध्यान दिलाया कि सीरिया पिछले क़रीब 14 वर्षों से क्रूरतापूर्ण युद्ध की आंच में झुलस रहा है, मगर अब देश की जनता के पास एक स्थिरतापूर्ण व शान्तिमय भविष्य की ओर बढ़ने का ऐतिहासिक अवसर है.

यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने कहा कि सीरियाई संस्थाओं में नए सिरे से ऊर्जा भरने और व्यवस्थागत ढंग से राजनैतिक बदलाव लाने के लिए बहुत काम किया जाना बाक़ी है.

समावेशी व्यवस्था पर बल

उनके अनुसार, सीरिया के भविष्य को, सीरियाई नागरिकों के द्वारा ही तय किया जाना होगा, और इस विषय में यूएन के विशेष दूत सभी पक्षों के साथ बातचीत को आगे बढ़ाएंगे.

“बिना किसी भेदभाव के, सभी सीरियाई नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की जानी होगी.”

महासचिव ने कहा कि सभी दूतावासों व कौंसुलर परिसरों की सुरक्षा का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाना होगा और अन्तरराष्ट्रीय क़ानून के अनुरूप कर्मचारियों का सम्मान आवश्यक है.

“हमें अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी राजनैतिक संक्रमणकालीन प्रक्रिया समावेशी व व्यापक हो, और उसके ज़रिये सीरियाई आबादी की जायज़ आकाँक्षाओं को पूरा किया जा सके.”

यूएन प्रमुख ने कहा कि सीरिया की सम्प्रभुता, एकता, स्वाधीनता व क्षेत्रीय अखंडता को फिर से बहाल किया जाना होगा.

उन्होंने कहा कि वह इस हिंसक टकराव का ख़ामियाज़ा भुगतने वाले लोगों का सम्मान करते हैं, और सीरिया को न्याय, आज़ादी, समृद्धि व आपसी मेलमिलाप के मार्ग पर आगे बढ़ाने में सीरियाई नागरिकों के साथ हैं.

“यही एक रास्ता है जोकि सीरिया को सतत शान्ति की दिशा में ले जाता है.”

Source link

Most Popular

To Top